संदीप केशरवानी/फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में यमुना नदी में हुए नाव हादसे में डूबे दारोगा, कांस्टेबल और नाविक का शव 14 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद रविवार दोपहर को बरामद कर लिया गया. एनडीआरएफ, पीएसी और फ्लड रिलीफ टीम के गोताखोर शनिवार रात से ही यमुना नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे थे.


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आपको बता दें कि बीते शनिवार शाम को किशनपुर थाना क्षेत्र के संगाोलीपुर मड़ैयन घाट से जौनपुर निवासी दारोगा रामजीत यादव, गाजीपुर निवासी कांस्टेबल शशिकांत, संगोलीपुर मड़ैयन निवासी नाविक रवि के साथ नाव में सवार होकर लॉकडाउन की निगरानी करने बांदा सीमा में जा रहे थे. यमुना नदी में तेज बहाव के कारण उनकी नाव पलट गई. तीनों नदी में गिर गए.


फतेहपुर: लॉकडाउन में ड्यूटी करने जा रहे दारोगा और सिपाही यमुना नदी में नाव पलटने से डूबे, तलाश जारी


नाव पलटते देखकर घाट पर खड़े लोगों में अफरा तफरी मच गई. घाट किनारे मौजूद कांस्टेबल ने वायरलेस सेट से अफसरों को घटना की सूचना दी. कुछ ही देर में फतेहपुर जिलाधिकारी संजीव सिंह और एसपी प्रशांत वर्मा फोर्स लेकर घटना स्थल पर पहुंचे. पीएसी गोताखोरों की टीम शनिवार पूरी रात जाल डालकर दारोगा, सिपाही और नाविक की तलाश में जुटी रही.


बाद में एनडीआरएफ और फ्लड रिलीफ टीमों को बुलाया गया. 14 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीनों का शव नदी से बरामद किया गया. नाविक का शव रविवार सुबह 9 बजे ही बरामद कर लिया गया था. दारोगा और कांस्टेबन का शव दोपहर बाद बरामद किया गया. पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.


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