फतेहपुर एसपी प्रशांत कुमार के मुताबिक किशनपुर थाने में तैनात जौनपुर निवासी दारोगा रामजीत यादव, गाजीपुर निवासी सिपाही शशिकांत, संगोलीपुर मड़ैयन निवासी नाविक रवि के साथ नाव में सवार होकर यमुना घाट से लॉकडाउन की निगरानी करने बांदा सीमा में जा रहे थे. यमुना नदी में तेज बहाव के कारण नाव पलट गई.
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संदीप केसरवानी/फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में शनिवार शाम यमुना नदी पार कर रहे दारोगा और सिपाही की नाव डूब गई. दारोगा और सिपाही के साथ नाविक भी लापता था जिसका शव एनडीआरएफ की टीम ने बरामद कर लिया गया है. पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं. ताजा सूचना मिलने तक दारोगा और सिपाही का पता नहीं चल सका है.
घटना किशनपुर थाना क्षेत्र के संगाोलीपुर मड़ैयन घाट की है. फतेहपुर एसपी प्रशांत कुमार के मुताबिक किशनपुर थाने में तैनात जौनपुर निवासी दारोगा रामजीत यादव, गाजीपुर निवासी सिपाही शशिकांत, संगोलीपुर मड़ैयन निवासी नाविक रवि के साथ नाव में सवार होकर यमुना घाट से लॉकडाउन की निगरानी करने बांदा सीमा में जा रहे थे. यमुना नदी में तेज बहाव के कारण नाव पलट गई.
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नाव पलटते देखकर घाट पर खड़े लोगों में अफरा तफरी मच गई. घाट किनारे मौजूद सिपाही ने वायरलेस सेट से अफसरों को घटना की सूचना दी. कुछ ही देर में फतेहपुर जिलाधिकारी संजीव सिंह और एसपी प्रशांत वर्मा फोर्स लेकर घटना स्थल पर पहुंचे. गोताखोरों की टीम शनिवार पूरी रात जाल डालकर दारोगा, सिपाही और नाविक तीनों की तलाश में जुटी रही.
रविवार सुबह तक इन तीनों का पता नहीं चल सका था. दारोगा, सिपाही व नाविक का पता लगाने के लिए पुलिस ने यमुना नदी में तीन जाल डलवाए. 14 घंटे के रेस्क्यू के बाद यमुना नदी से नाविक रवि के शव को गोताखोरों ने बाहर निकाला. पुलिस टीम के साथ पीएसी के गोताखाेर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं. मौसम खराब होने की वहज से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है.
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