नई दिल्ली/मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में खाकी वर्दी एक बार फिर दागदार हो गई. एक सर्राफ से 30 लाख रुपये लूटे जाने के मामले से एक आरोपी का नाम हटाने के नाम पर एक इंस्पेक्टर ने तीन लाख रुपये की रिश्वत ले ली. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जे. रवींद्र गौड़ को जब इंस्पेक्टर की घूसखोरी का पता चला, तब उन्होंने जांच बैठा दी. प्रारंभिक जांच के बाद एसएसपी ने कटघर थाना के इंस्पेक्टर संजय गर्ग को तत्काल निलंबित कर दिया. 


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कटघर थाना क्षेत्र के शिवपुरी इलाके में 11 अगस्त को सर्राफ राजकुमार से स्कूटी समेत 30 लाख के आभूषण लूट लिए गए थे. इस मामले में कटघर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुए लूट की वारदात को अंजाम देने और लूट का माल खरीदने वाले 7 लोगों को 26 अगस्त को गिरफ्तार कर स्कूटी समेत दस लाख रुपये बरामद कर लिए थे.



इस लूटकांड में शामिल रहे गिरोह के एक अन्य सदस्य को 4 सितंबर को अमरोहा जनपद से गिरफ्तार करते हुए लूट का आभूषण और 5 लाख रुपये नकद बरामद करते हुए 100 प्रतिशत माल बरामद कर लिया गया था. कटघर पुलिस इस पर वाहवाही लूट रही थी, लेकिन इसी बीच इंस्पेक्टर संजय गर्ग ने लूट का माल खरीदने वाले एक सर्राफ राजीव वर्मा का नाम मुकदमे से हटाने के एवज में उससे तीन लाख रुपये ले लिए. 


एसएसपी ने जनता में पुलिस की छवि धूमिल करने, कर्तव्यपालन के प्रति घोर लापरवाही, अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता एवं अकर्मण्यता बरतने के आरोप में प्रभारी निरीक्षक संजय गर्ग को निलंबित कर दिया.