बलरामपुर: दिल्ली में पकड़ा गया इस्लामिक स्टेट का आतंकी अबू यूसुफ कहीं से भटका हुआ युवा नहीं था, वो हार्ड कोर आतंकी है. पुलिस जब उसे उसके गृहनगर बलरामपुर लेकर पहुंची तो यहां होने वाले खुलासे कान खड़े कर देने वाले हैं. एक तरफ जहां आतंकी के पिता का कहना है कि उनका बेटा बहुत सीधा था, वहीं उसकी पत्नी ने पुलिस टीम के पहुंचने से पहले ही सबूत ठिकाने लगाने शुरू कर दिए. 


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'मेरा बेटा बहुत सीधा था'
आतंकी अबू यूसुफ खान के पिता को जब पता चला कि उनका बेटा दिल्ली में पकड़ा गया है, तो उनका कहना था कि मेरा बेटा  बहुत सीधा था. उन्होंने बताया कि कभी हमारे यहां उससे मिलने कोई नहीं आया, सिवाय उसके ससुराल वालों के. जब रात में घर पर पुलिस आई, तभी उन्हें इस मामले का पता चला. आतंकी अबू युसुफ एक छोटी सी दुकान करता था, पिता का कहना है कि घर पर वो दुकान का ही कुछ सामान लाता था.  


पत्नी ने आत्मघाती जैकेट तालाब में फेंका 
आतंकी समेत 4 और लोगों से उतरौला कोतवाली में पुलिस पूछताछ कर रही है. सूत्रों के हवाले से खबर ये भी है कि यूसुफ विस्फोटक को टेस्ट करने के लिए कब्रिस्तान में टेस्टिंग भी कर चुका था. आतंकी के घर से विस्फोटक से भरे दो आत्मघाती जैकेट भी बरामद हुए हैं, हालांकि टीम के पहुंचने पर एक जैकेट को उसकी पत्नी ने तालाब में फेंककर सबूत खत्म करने की कोशिश की. इसके बाद ही अबू यूसुफ के रेडिकलाइज होने में उसके ससुराल की भूमिका संदिग्ध लगने लगी है. पुलिस ने आतंकी के ससुराल से एक और शख्स को हिरासत में ले लिया है और अब 5 लोगों से पूछताछ की जा रही है. 


दिल्ली जाने से 2 दिन पहले आया था कोरियर 
घर से दिल्ली से लिए निकलने से पहले अबू यूसुफ का एक कोरियर आया था. इसी कोरियरके बाद वो घर पर लखनऊ जाने की बात कहकर निकल गया. लखनऊ पहुंचने के बाद से ही उसका फोन स्विच ऑफ हो गया और उसने संपर्क तोड़ लिया. 


फोन नहीं इन ऐप्लिकेशंस के जरिये साधता था संपर्क 
आतंकी फोन नहीं दो ऐप्लिकेशंस के जरिये पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे अपने आकाओं से संपर्क करता था. सूत्रों के मुताबिक THREEMA और SHARESPOT ऐप के जरिये वो आकाओं से बात करता था और इस्लामिक स्टेट से जुड़े और लोगों को भी रेडिकलाइज करने का काम करता था. 


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