Jhansi News : 21वीं सदी में इंसान ने भले विकास के तमाम पैमाने गढ़ लिए हों बावजूद इसके आज भी समाज में अंधविश्वास की जड़ें गहरी हैं. इसका ताजा उदाहरण झांसी में देखने को मिला है. यहां के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के हीरापुर में एक शख्स की जान चली जाने के बाद परिवार के लोग उसे अस्पताल ले जाने की बजाय गांव में बने देवी के चबूतरे पर उसका शव रखकर उसके जीवित होने का इंतजार करते रहे. इस दौरान खुद को माता बताने वाली महिला ने उसे जीवित करने का दावा भी किया, हालांकि सारे प्रयास असफल रहे. 


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यह है पूरा मामला 
दरअसल, हीरापुर में एक युवक को पेट में दर्द हुआ. इस पर घर वालों ने युवक को डॉक्‍टर के पास ले गए. यहां दवा लेकर आने के बाद भी युवक को पेट दर्द से राहत नहीं मिली. ग्रामीणों के मुताबिक, तेज दर्द के चलते युवक की मौत हो गई. 


अंधविश्‍वास का चलता रहा खेल 
मौत की सूचना पर आसपास के लोग और रिश्‍तेदार एकत्रित हो गए. घर वाले युवक को अस्‍पताल ले जाने के बजाय गांव में ही एक देवी के चबूतरा पर शव को रख दिया. इस दौरान एक महिला ने युवक की नाड़ी चलने का दावा कर उसे जिंदा करने की बात कही. 


चार से पांच घंटे पहले ही हो गई थी मौत 
महिला काफी मशक्‍कत करती रही. हालांकि उसे सफलता नहीं मिली. इसके बाद घर वाले युवक को अस्‍पताल ले गए, जहां चिकित्‍सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. चिकित्‍सकों ने बताया कि युवक की चार से पांच घंटे पहले ही मौत हो गई थी. 


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