Jhansi Fire: झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड की सीएम को सौंपी रिपोर्ट, अस्पताल प्रबंधन पर गाज गिरनी तय!
Jhansi Medical College Fire: झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई आग लगने की भयानक घटना के बाद हड़कंप मच गया. 11 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई.
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई शुक्रवार रात आग लगने की भयानक घटना के बाद हड़कंप मच गया. पहले 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत और फिर रविवार को एक और नवजात की मौत ने पूरे यूपी को हिलाकर रख दिया. मामले को लेकर शासन, प्रशासन में फिलहाल हड़कंप मच गया. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा जांच के निर्देश जारी कर दिया गया गया. अब एनआईसीयू वार्ड में आग लगने के मामले पर नया खुलासा सामना हुआ है.
मेडिकल कॉलेज अग्निकांड मामले की जांच रिपोर्ट
मेडिकल कॉलेज अग्निकांड मामले की जांच रिपोर्ट प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंप दी गई है. इस रिपोर्ट में आग लगने के कारणों के बारे में बताया गया है. आग लगने कारण स्विच बोर्ड से शार्ट सर्किट बताई गई है. अग्निकांड का कारण इलेक्ट्रिकल एक्सीडेंट बताया गया. आपको बता दें कि झांसी के मामले में उच्चाधिकारियों से सरकार ने 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट मांगी थी. अग्नीकांड को लेकर किसी भी साजिश से इनकार कर दिया गया.
फर्रुखाबाद में निरिक्षण
वहीं, झांसी की घटना के बाद अब अस्पतालों में जांच शुरू हो गई है. फर्रुखाबाद में जिला अस्पताल लोहिया के स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU वार्ड) का चैनल की टीम ने निरीक्षण किया. जहां पर फायर अलार्म सिस्टम नहीं मिला. इसके अलावा फायर स्मोक फैन भी नहीं लगे मिले. अगर किसी कारणवश आग लगी तो ऐसी स्थिति में फायर अलार्म बजाने और और वॉर्ड से धुंआ बाहर करने के लिए यहां पर फायर स्मोक फैन भी नहीं लगे पाए गए.
तुरंत फायर अलार्म सिस्टम लगवाने के निर्देश
गनीमत है कि SNCU वार्ड में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का उपयोग नहीं हो रहा. पाइपलाइन से ऑक्सीजन गैस की सप्लाई हो रही है. स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट अस्पताल की दूसरी मंजिल पर बनाया गया है. जिसमें घुसने और निकलने के लिए दो गेट बनाए गए हैं. हालांकि गैलरी में एक ही गेट है और SNCU वार्ड में दुर्घटना होने पर कोई भी सीधा सीढ़ी से कनेक्शन नहीं है. अग्निशमन विभाग के सीओ विजय प्रकाश त्रिपाठी ने तुरंत फायर अलार्म सिस्टम लगवाने और फायर स्मोक फैन लगवाने के निर्देश जारी कर दिए. ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से फायर इंस्ट्रूमेंट चलवाकर उन्होंने भी देखा और उनके उपयोग के संबंध में कर्मचारियों को जानकारी भी दी.