Jivitputrika Vrat 2033: सनातन धर्म में जीवित्पुत्रिका व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. महिलाएं उत्तम संतान की प्राप्ति, सांतन के सुख, संतान की अच्छी सेहत और संतान की सुरक्षा का आशीर्वाद पाने के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत का संकल्प करती हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जीवित्पुत्रिका यानी जितिया का व्रत रखा जाता है. इस साल 2023 में जीवित्पुत्रिका यानी जितिया व्रत अक्टूबर महीने के 6 तारीख को शुक्रवार के दिन रखा जाएगा. इस व्रत के दौरान अगर कुछ विशेष मंत्रों का जाप करें तो महिलाएं संतान प्राप्ति की कामना को पूर्ण कर सकती हैं. आइए इन मंत्रों के बारे में जानते हैं.


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जीवित्पुत्रिका व्रत 2023 कब रखा जाएगा?
दृक पंचांग के मुताबिक जीवित्पुत्रिका व्रत 6 अक्टूबर को पड़ रहा है. आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर पड़ने वाले इस व्रत की तिथि 6 अक्टूबर को सुबह के 6 बजकर 34 मिनट से शुरू हो रही है और शुभ तिथि की समाप्ति अगले दिन 7 अक्टूबर को सुबह के 8 बजकर 08 मिनट पर खत्म हो रही है. उदया तिथि के अनुसार जितिया यानी जीवित्पुत्रिका व्रत को 6 अक्टूबर 2023, शुक्रवार को पड़ रहा है.


संतान गोपाल मंत्र को जान लीजिए ताकि इसके जाप से संतान प्राप्ति की इच्छा की पूर्ति की जा सके.
ये मंत्र है-  

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः
संतान गोपाल मंत्र से संबंधित विशेष नियम
संतान गोपाल मंत्र का जाप सुबह स्नान के बाद करना सर्वोत्तम होता है.
संतान गोपाल मंत्र का जाप 1,25,000 बार करना अति लाभकारी होता है. 
संतान गोपाल मंत्र का जाप माताओं को करना चाहिए. 


डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी केवल सूचना के लिए दी जा रही है, हम इसकी पुष्टि नहीं करतें. संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह लें.


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