नई दिल्ली: जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) देश के 50वें चीफ जस्टिस नियुक्त किए गए हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज उन्हें इस पद पर नियुक्त किया. जस्टिस चंद्रचूड़ 9 नवंबर से अपना पदभार ग्रहण करेंगे. निवर्तमान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया यूयू ललित ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर डीवाई चंद्रचूड़ के नाम की सिफारिश की थी. जस्टिस यूयू ललित का कार्यकाल 8 नवंबर 2022 खत्म होगा. जस्टिस चंद्रचूड़ का कार्यकाल दो साल का होगा. वह 10 नवंबर 2024 को रिटायर होंगे. 


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दिल्ली यूनिवर्सिटी से की पढ़ाई
जस्टिस चंद्रचूड़ के पिता वाईपी चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के 16वें मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं. जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिल्ली के सेंट कोलंबिया स्कूल और सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई की. उन्होंने 1982 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ लॉ (Bachelor of Laws) की डिग्री ली. इसके बाद 1983 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से मॉस्टर्स ऑफ लॉ (Master of Laws) की डिग्री ली. उन्होंने फली एस नरीमन के साथ कुछ समय कार्य किया. फिर सुलीवन एंड क्रॉमवेल ( Sullivan and Cromwell) कंपनी में वकालत की. 1998 में वे बांबे हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट बने. फिर एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया की जिम्मेदारी निभाई. 


रह चुके इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश
29 मार्च 2000 को हाईकोर्ट के जज बने. इसके बाद 31 अक्टूबर 2013 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (Allahabad High Court Chief Justice) नियुक्त किए गए. इसके बाद 13 मई 2016 को सुप्रीम कोर्ट में जज बने. वहीं, 24 अप्रैल 2021 को सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों के नामों की सिफारिश करने वाली कॉलेजियम का हिस्सा बने. अब 9 नवंबर को देश के 50वें चीफ जस्टिस (50th Chief Justice of India) के तौर पर शपथ लेंगे.