लखनऊ: हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) हत्याकांड के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) पर हत्या का शक है. कमलेश तिवारी आईएसआईएस आतंकियों के निशाने पर थे.


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आतंकियों ने गुजरात ATS (Gujarat ATS) को बताया था कि आईएसआईएस ने उन्हें कमलेश तिवारी की हत्या करने के लिए कहा था. गुजरात ATS  ने नवंबर 2017 में इन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था. पकड़े गए उबेद मिर्जा और कासिम ने पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम लिया था. दोनों संदिग्धों को कमलेश तिवारी का वीडियो दिखाकर मारने के लिए कहा गया था. 


इधर, कमलेश तिवारी की जघन्य हत्या के आरोपियों की पहली तस्वीरें सामने आ गई हैं. CCTV में दोनों हमलावर कमलेश के दफ़्तर के बाहर नज़र आ रहे हैं. दोनों संदिग्धों ने भगवा रंग के कपड़े पहन रखे हैं. 


गौरतलब है कि हिंदू समाज पार्टी के नेता और हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई. उन्हें तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. भगवा वस्त्र पहने हमलावर मिठाई का डिब्बा सौंपने के बहाने खुर्शीद बाग इलाके में स्थित तिवारी के कार्यालय में घुसे थे.



अंदर घुसने के बाद हमलावरों ने डब्बा खोला, उसमें से बंदूक निकाली और तिवारी को गोलियों से भूनकर वे वहां से फरार हो गए. तिवारी को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.


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हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी ने वर्ष 2017 जनवरी में ही हिंदू समाज पार्टी की स्थापना की थी। तिवारी इससे पहले हिंदू महासभा के अध्यक्ष रह चुके थे. उन्होंने पैगंबर मुहम्मद से जुड़ी अत्यधिक विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया गया था. हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने उनके खिलाफ एनएसए रद्द कर दिया था. लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने कहा कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है.


(इनपुट: विशाल सिंह रघुवंशी)