बिकरू हत्याकांड: विकास दुबे के साथी और 50 हजार के इनामी उमाकांत ने चौबेपुर थाने में परिवार समेत सरेंडर किया
महीने भर से ज्यादा की फरारी काटने के बाद उमाकांत ने आखिरकार सरेंडर कर दिया. उसे एनकाउंटर का खौफ इस कदर था कि थाने आते वक्त उसने बीवी और बच्चों को भी साथ ले लिया.
कानपुर: बिठूर के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात हुई 8 पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या के मामले में वांटेड उमाकांत ने चौबेपुर थाने में सरेंडर कर दिया है. उमाकांत के सर पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था. उमाकांत थाने में जब सरेंडर करने पहुंचा तो उनकी पत्नी और बच्चे भी साथ थे.
उमाकांत उन 21 वांछित लोगों में शुमार था, जिनकी पुलिस बिकरू हत्याकांड के बाद से तलाश कर रही थी. महीने भर से ज्यादा की फरारी काटने के बाद उमाकांत ने आखिरकार सरेंडर कर दिया. उसे एनकाउंटर का खौफ इस कदर था कि थाने आते वक्त उसने बीवी और बच्चों को भी साथ ले लिया. उमाकांत पर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल होने का आरोप है.
2 जुलाई की रात हुआ था बिकरू हत्याकांड
विकास दुबे के गांव बिकरू में 2-3 जुलाई की दरम्यानी रात को 8 पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में विकास दुबे समेत उसके कई साथी शामिल थे. पुलिस ने हत्याकांड के बाद 21 वांछितों के पोस्टर जारी किए थे. उनमें से उमाकांत भी एक था. हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत 6 लोगों को पुलिस एनकाउंटर के दौरान मौत के घाट उतार चुकी है.