श्याम कुमार तिवारी/कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में जबरन धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने के आरोपी के पीटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक तरफ आरोपी को पीटने वालों पर कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम चल रही है. तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता घटना का वीडियो पोस्ट कर इसे शर्मनाक बता रहे हैं. मामले में पुलिस की कार्रवाई पर लगातार सवाल उठा रहे हैं. 


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पहले पुलिस के सामने आरोपी को पीटा किया और पुलिस तमाशाई बनी रही. पुलिस ने जैसे तैसे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जिन्हे पुलिस ने हिन्दूवादी संगठनों के दबाव में छोड़ने का आश्वासन देना पड़ा.


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तीन बजरंग दल कार्यकर्ताओं को किया था गिरफ्तार 
आपको बता दें गुरुवार शाम पुलिस ने मामले में आरोपित तीन बजरंग दल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था जिसकी सूचना लगने पर बजरंग दल कार्यकर्ता, हिंदू युवा वाहिनी और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने डीसीपी दक्षिण के कार्यालय का घेराव कर दिया. 


कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ
कार्यकर्ताओं ने डीसीपी के कार्यालय के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया और जय श्रीराम के नारे लगाए. रात तकरीबन 1:00 बजे तक कार्यकर्ता डीसीपी का कार्यालय घेरे रहे.  जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने पकड़े गए तीनों कार्यकर्ताओं को छोड़ने का आश्वासन दिया. तब डीसीपी दक्षिण कार्यालय का घेराव कर धरने पर बैठे हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता वापस लौटे. 


वही संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि हिंदू हितों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पुलिस ने इस मामले में अगर आरोपियों पर पहले कार्रवाई की होती तो भीड़ को कानून हाथ में नहीं लेना पड़ता. वही पुलिस के अधिकारी हर सवाल पर नियमानुसार कार्रवाई करने का पहाड़ा पढ़ते रहे.


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