Kanpur News : जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकी हमले में शहीद कानपुर के लाल नायक करन सिंह यादव का पार्थिव शव चार दिन बाद गांव पहुंचा. करन सिंह का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही सैलाब उमड़ पड़ा. इस दौरान जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्‍नर के अलावा प्रदेश के कई मंत्री भी गांव पहुंचे. उधर, इसी आतंकी हमले में शहीद हुए चमोली के वीरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर उत्‍तराखंड पहुंचा. यहां मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने पुष्‍पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. 


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चार दिन बाद पार्थिव शरीर गांव पहुंचा 
सोमवार को शहीद करण सिंह का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी से कानपुर स्थित भाऊपुर गांव पहुंचा. शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचते ही अंतिम दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा. भीड़ को संभालने के लिए कानपुर जिले की कई थानों की फोर्स बुलानी पड़ गई. 


शहीद करण अमर रहे के नारे लगे 
पार्थिव शरीर जैसे ही घर से लेकर बाहर निकले, लोग नम आंखों से अमर रहे का नारा लगाने लगे. अंतिम यात्रा में लोग तेरी कुर्बानी याद करेगा हिन्‍दुस्‍तान के नारे लगाते रहे.  भारत माता की जय, वंदे मातरम, शहीद करण अमर रहे के उद्धोष गूंजते रहे. यहां शहीद का अंतिम संस्‍कार बिठूर घाट पर राजकीय सम्‍मान से होगा. 


6 साल पहले हुई थी शादी 
जानकारी के मुतातबिक, शहीद करण के पिता बाबूलाल ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही सेना में भर्ती होना चाहता था. हमेशा वह देश की सेवा की बात करता था. साल 2013 में वह सेना में नौकरी पाया. उन्‍होंने बताया कि करण की शादी 6 साल पहले अंजू से हुई थी. करण और अंजू को एक पांच की बेटी और डेढ़ साल का बेटा है. 


चमोली के लाल को अंतिम विदाई दी गई 
वहीं, चमोली के शहीद वीरेंद्र को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. शहीद सैनिक के अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. सोमवार को शहीद वीरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से गौचर लाया गया. यहां से सेना के वाहन से शहीद वीरेंद्र का पार्थिव शरीर सड़क मार्ग द्वारा नारायणबगड़ लाया गया. नारायणबगड़ इंटर कालेज मैदान में शहीद वीरेंद्र को सैन्य सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई.