रूदप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पड़ाव और केदारघाटी में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, बारिश और भूस्खलन की वजह से 2 दिनों से केदारनाथ यात्रा ठप पड़ी हुई है. जिस कारण केदारनाथ जाने वाले करीब डेढ़ सौ तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग में रोका गया है. वहीं, दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं को पुलिस और एसडीआरएफ की मदद से सुरक्षित गौरीकुंड लाया जा रहा है.


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सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक हाईवे जगह-जगह बाधित
केदारनाथ हाईवे सोनप्रयाग से आगे गौरीकुंड तक जगह-जगह बाधित हो गया है. गौरीकुंड के पास हाईवे का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है जबकि हाईवे के ऊपरी हिस्से से लगातार भूस्खलन हो रहा है. गौरीकुंड, केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग के चीरवासा पर भी मलबा आने से मार्ग बंद पड़ा हुआ है. वहीं, केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा में बामुश्किल तीसरे दिन आवाजाही शुरू हो पाई, लेकिन शुक्रवार को फिर से यहां आवाजाही बंद हो गई. भारी बारिश के बाद मलबा और बोल्डर की वजह से हाईवे बंद हो गया है.


4 दिनों में न बिजली, न मोबाइल में नेटवर्क
व्यापार संघ अध्यक्ष गौरीकुण्ड अरविंद गोस्वामी ने बताया कि केदारनाथ यात्रा के अहम पड़ाव गौरीकुंड में अव्यवस्थाएं हावी हैं. केदार यात्रा के अहम पड़ाव गौरीकुंड में 4 दिनों से दूरसंचार सेवा के साथ-साथ बिजली भी बाधित है. ऐसे में तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को रात के समय भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मोबाइल में नेटवर्क न होने की वजह से संपर्क साधने के लिए लोगों को 5 किमी पैदल यात्रा कर सोनप्रयाग आना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि गौरीकुंड से केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होती है, लेकिन पैदल मार्ग जगह-जगह मलबा आने की वजह से जानलेवा बना हुआ है. इसके अलावा केदारनाथ हाईवे भी मुनकटिया में बंद पड़ा हुआ है, जिसे खोलने के कोई प्रयास नहीं किये जा रहे हैं.


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