Kedarnath Cloudburst: उत्‍तराखंड के केदारनाथ में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा है. एनडीआरएफ का रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन तीसरे दिन शनिवार को भी जारी है. बादल फटने के बाद केदारनाथ में फंसे करीब 7 हजार से ज्‍यादा लोगों को रेस्‍क्‍यू किया जा चुका है. शनिवार को मौसम साफ होने की वजह से बचाव कार्य में तेजी लाई जा सकेगी. सेना का चिनूक और MI 17 हेलीकाप्टर भी रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन में लगाया गया है. केदार घाटी के लिनचोली में दो शव बरामद किए गए हैं. वहीं, कई परिवार अभी भी लापता हैं. 


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7 हजार से ज्‍यादा लोगों को बाहन निकाला गया 
उत्‍तराखंड सरकार के मुताबिक, केदारनाथ के रास्‍ते में फंसे करीब 7234 लोगों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है. अभी भी 1500 से ज्‍यादा यात्री और स्‍थानीय लोग रास्‍ते में जहां तहां फंसे हुए हैं. इनमें से 150 लोगों से उनके परिवार वालों का संपर्क नहीं हो पा रहा है. वहीं, सोनप्रयाग में लैंडस्‍लाइड के बाद सड़क पर मरम्‍मत का काम चल रहा है. सोनप्रयाग की पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि अतिवृष्टि से अभी तक एक भी यात्री की मौत की खबर नहीं है. 150 से ज्‍यादा लोगों के परिजनों ने पुलिस को बताया है कि उनका अपने लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. ये सभी केदारनाथ यात्रा पर थे. वहीं, केदारनाथ यात्रा पर रोक लगी है. 


फंसे यात्रियों तक पहुंचाया जा रहा भोजन 
अधिकारियों ने बताया कि सेना के हेलीकॉप्‍टर के साथ ही पैदल रास्‍ते से भी बचाव दल यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल रहा है. शुक्रवार को 599 यात्रियों को हवाई मार्ग से और 2380 यात्रियों को पैदल मार्ग से सुरक्षित स्‍थानों पर पहुंचाया गया. पैदल मार्ग से निकाले जा रहे यात्रियों को वाहनों से ऋषिकेश भेजा जा रहा है. वहीं, पहाड़ों पर अभी भी फंसे यात्रियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से भोजन आदि की व्‍यवस्‍था कराई जा रही है. 


गौरीकुंड मेन मार्केट में लैंडस्‍लाइड होने से कई वाहन मलबे में दबे 
वहीं, गौरीकुंड में लैंडस्लाइड होने से कई वाहन मलबे में दब गए. बताया गया कि मलबे में एक बोलेरो, दो ट्रक और आधा दर्जन बाइक दब गए. गनीमत रही कि इन वाहनों में कोई भी व्‍यक्ति सवार नहीं था. गौरीकुंड के मेन मार्केट की घटना बताई जा रही है. जिला प्रशासन की ओर से मलबे को साफ कराया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर रहने को कहा गया है. बता दें कि  उत्तराखंड में भारी बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसके कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अभी भी बारिश का अलर्ट जारी कर रखा है.