Kedarnath Cloudburst : उत्तराखंड के केदारनाथ में बीते चार पहले बादल फट गया था जिसके कारण भारी सैलाब आ गया था. इस घटना के बाद एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी कर दिया था. रेस्क्यू ऑपरेशन का आज चौथा दिन है जिसमें से 1100 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है और 600 लोगों के अभी फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली के पस सुबह थारू कैंप में रेस्क्यू के दौरान एक शव मिला था. तो वहीं तीसरे दिन में करीब 300 लोगों को पैदल रेस्क्यू किया जा चुका था. एयरनलिफ्ट के लिए चार हेलीकॉप्टर लगाए गए थे.लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए थे.  


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सड़क पर मरम्‍मत का काम चालू
उत्‍तराखंड सरकार के मुताबिक, केदारनाथ के रास्‍ते में फंसे करीब 9 हजार लोगों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है. अभी भी 1500  से ज्‍यादा यात्री और स्‍थानीय लोग रास्‍ते में जहां तहां फंसे हुए हैं. इनमें से 150 लोगों से उनके परिवार वालों का संपर्क नहीं हो पा रहा है. वहीं, सोनप्रयाग में लैंडस्‍लाइड के बाद सड़क पर मरम्‍मत का काम चल रहा है. सोनप्रयाग की पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि अतिवृष्टि से अभी तक एक भी यात्री की मौत की खबर नहीं है. 150 से ज्‍यादा लोगों के परिजनों ने पुलिस को बताया है कि उनका अपने लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. ये सभी केदारनाथ यात्रा पर थे. वहीं, केदारनाथ यात्रा पर रोक लगी है. 


ब्रिज बनने का काम शुरू
सोनप्रयाग में भारतीय सेना ने मोर्चा संभालते हुए फुट ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. इसके साथ ही केदारनाथ के पैदव मार्ग भीमबली में भी ब्रिज बनाने के काम शुरू हो गया है. इस ब्रिज को बनाने में 6 ग्रेनेडियर्स और 418 इंजीनियर्स की टीम लगी हुई है. बताया जा रहा है कि 5 से 6 घंटे में ब्रिज बन कर तैयार हो जाएगा.


विधायक ने अधिकारियों के दिए निर्देश
तो वहीं, उत्तरकाशी में बीते दिनों विकासखंड डुंडा के बरसाली पट्टी में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है. गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बरसाली पट्टी के बौन, पंजियाला, जुगुल्डी, गेंवला, पाब-सिंगोट, नाकुरी आदि स्थानों का भ्रमण कर अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया और प्राभावितों को अनुमन्य सहायता राशि के चैक वितरित किया है. 


अतिवृष्टि के कारण मलबा आने और भूस्खलन होने के कारण निजी परिसम्पतियों, पैदल मार्ग, पुलिया, खेत, सिंचाई नहरें, गूलें, पेयजल आपूर्ति और मुख्य मोटर मार्ग में हुई क्षति का सयुंक्त निरीक्षण किया. विधायक ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि क्षतिग्रस्त पेयजल लाईन को तत्काल दुरूस्त करने के साथ ही मलबा को हटाने का काम तेजी में लाया जाए और सुरक्षा दीवारों का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाए और सड़कों पर पैदल रास्तों की अविलम्ब सुचारू की जाए.


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