Prayagraj Mahakumbh 2025: संगम की रेती पर तंबुओं का शहर सज चुका है. 13 जनवरी से आस्था का जनसैलाब त्रिवेणी की पावन धरा पर उमड़ने वाला है. संत और महत्मा तीर्थराज में धर्म और अध्यात्म की अलख जगाने के लिए पहुंच गए हैं. इस बार महाकुंभ की धरती से साधु संत देशभर में सनातन संस्कृति के मान और मर्दन को ऊंचा उठाने का संकल्प ले चुके हैं. महाकुंभ में इस बार वर्षों पहले हिन्दू धर्म से ईसाई और मुसलमान बनने वालों की घर वापसी की तैयारी की गई है. 


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साधु-संत कराएंगे घर वापसी
साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद हजारों लोगों को सनातन की परम्परा में जोड़कर घर वापसी का मार्ग प्रशस्त कराएगा. महाकुंभ क्षेत्र में पहुंचे अन्य साधु संत भी वर्षों पुराने सनातनियों की घर वापसी कराएंगे. बाकायदा यम नियम, पंच गव्य और राजशी स्नान के जरिए घर वापसी कराई जाएगी. एक अनुमान के मुताबिक करीब 20 से अधिक लोगों की महाकुंभ में सनातन धर्म में वापसी कराई जाएगी.


क्या बोले अखाड़ा परिषद अध्यक्ष?
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि देश भर के हजारों लोगों ने उनसे संपर्क किया है. जिनके पूर्वज वर्षों पहले डर, भय, लोभ और लालच के चलते हिंदू से ईसाई और मुस्लमान बने हैं, उन्हें अब पश्चाताप हो रहा है. वह अब वापस सनातन धर्म में आना चाहते हैं. इसके लिए बाकायदा घर वापसी का प्लान तैयार किया गया है.


'परिषद करेगा सनातनी बनाने का काम'
महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि पहले स्नान पर्व के साथ घर वापसी कराई जाएगी. इसके लिए बाकायदा वैदिक मंत्रोच्चार, यम नियम और पंच गव्य के साथ उनका शुद्धिकरण किया जाएगा. संगम स्नान के बाद उन्हें वापस हिंदू धर्म में शामिल किया जाएगा. कहा कि स्वेच्छा से हजारों लोगों ने उनसे हिन्दू धर्म में वापसी की इच्छा जाहिर की है. वह ऐसे सभी लोगों का स्वागत करते हैं जिनके पूर्वज सनातनी थे, लेकिन कुछ कारणों से वह ईसाई और मुस्लमान बन गए, अब उन्हें पश्चाताप है और वह हिंदू धर्म में वापसी चाहते हैं तो अखाड़ा परिषद और संत समाज उन्हें वापस सनातनी बनाने का काम करेगा.


पूर्वजों और सनातन धर्म की आ रही याद
मथुरा वृंदावन धाम से महाकुंभ पहुंचे बटुक जी महाराज ने कहा कि उनके भी संपर्क में एमपी और छत्तीसगढ़ के कई जिलों के ऐसे लोग हैं. जो पूर्व में हिंदू थे अब वह मुस्लिम या फिर ईसाई बन चुके हैं, लेकिन उन्हें अब अपने पूर्वजों के सनातन धर्म और संस्कृति की याद आ रही है और वह महाकुंभ में आकर हिंदू धर्म में वापसी करना चाहते हैं. इसके लिए उनकी तरफ से भी जरुरी तैयारियां की गईं हैं. पहले स्नान पर्व के साथ घर वापसी का क्रम शुरू हो जाएगा.


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