Mahakumbh 2025: प्रयागराज के संगम तट पर आयोजित होने वाला महाकुंभ न केवल धर्म और अध्यात्म का केंद्र है, बल्कि इस बार शिक्षा के क्षेत्र में भी एक नई पहल की जा रही है. योगी सरकार ने महाकुंभ में श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुंभ प्राथमिक विद्यालयों की स्थापना की है.


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महाकुंभ क्षेत्र में शिक्षा का नया प्रयास
महाकुंभ मेले को 4,000 हेक्टेयर में बसाया गया है, जहां देशभर से आए हजारों श्रमिक इस मेले को दिव्य और भव्य बनाने में जुटे हैं. इन श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा बाधित न हो, इसके लिए मेले के अलग-अलग सेक्टरों में कुल 5 कुंभ प्राथमिक विद्यालय स्थापित किए गए हैं.


स्मार्ट क्लास से हो रही पढ़ाई
इन कुंभ विद्यालयों में बच्चों को कक्षा वार तरीके से शिक्षा दी जा रही है. यहां स्मार्ट क्लास की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे बच्चे आधुनिक तरीके से पढ़ाई कर रहे हैं. बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नियुक्ति कर कुंभ विद्यालयों को सुचारू रूप से संचालित किया है.


बच्चों का एनरोलमेंट और समय-सारणी
शिक्षक मनीष यादव के अनुसार, अब तक 117 बच्चों का एनरोलमेंट हो चुका है. इन बच्चों को विषयवार शिक्षा दी जा रही है. कक्षाओं का संचालन सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक होता है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि बच्चों को हर जरूरी शिक्षण सुविधा मिले.  


श्रमिकों के लिए सुविधाएं
महाकुंभ में श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए सेनिटेशन कॉलोनियां बनाई गई हैं. यहां श्रमिकों को रहने की बेहतर सुविधाएं और अन्य मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.


योगी सरकार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
महाकुंभ क्षेत्र में शिक्षा की यह पहल योगी सरकार की सोच और प्राथमिकता को दर्शाती है. सरकार का प्रयास है कि श्रमिकों के बच्चे शिक्षा से वंचित न रहें और उन्हें एक समृद्ध भविष्य की ओर ले जाया जा सके. महाकुंभ में धर्म, अध्यात्म और शिक्षा का यह अनोखा संगम समाज के विकास और समृद्धि के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण पेश कर रहा है.


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