Bahraich News, राजीव शर्मा/बहराइच: बहराइच के कतर्नियाघाट जंगल में देर रात 130 छात्रों के फंसने से हड़कंप मच गया. जब इसकी सूचना जिला प्रशासन को मिली तो उनके हाथ पैर फूलने लगे. आनन-फानन में डीएम के निर्देश पर एसडीएम मोतीपुर पहुंचे और सभी छात्रों के साथ टीचर को जंगल से बाहर निकलवाया. ये छात्र नेपाल जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन रात होने की वजह से वो घने जंगल में फंस गए. हालांकि, SDM ने उन्हें जंगल से बाहर निकाल कर घर वापस भेज दिया.


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नेपाल जा रहे थे सभी
जानकारी के मुताबिक, न्यू स्टैंडर्ड प्रशिक्षण संस्थान की क्लास 1 से 8 तक के 130 बच्चों को लेकर स्कूल का स्टाफ गोंडा के धानेपुर से बहराइच के घने कतर्नियाघाट के जंगलों में पहुंचा था. यहां बच्चों को जंगल घुमाने के बाद नेपाल के लिए रवाना किया जाता, लेकिन नेपाल में स्कूली गाड़ी को एंट्री नहीं दी गई. जिसकी वजह से तीन बसों पर सवार सभी बच्चों को लेकर स्कूल का स्टाफ वापस जंगलों के बीच पहुंचा और सुनसान जंगल के बीच बिछिया स्टेशन पर उन्होंने डेरा डाल दिया.


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स्कूल स्टाफ को फटकार
आपको बता दें, कतर्नियाघाट का जंगल काफी बड़ा है. जिसकी वजह से रात में यहां गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा दी जाती है. ऐसे में स्कूली बच्चे भी बीच जंगल में फंसे रहे. इस बात की सूचना जैसे ही डीएम मोनिका रानी को मिली, उन्होंने मोतीपुर एसडीएम को तुरंत मौके पर मदद के लिए भेजा. जब देर रात स्कूली बच्चों के पास एसडीएम संजय कुमार  पहुंचे तो उन्होंने स्कूल स्टाफ के लोगों को जमकर फटकार भी लगाई.


जंगल में फंसे होने से हड़कंप
स्कूल स्टाफ को फटकार लगाने के बाद तत्काल स्कूली बच्चों को बसों में बैठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. जिसके बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली. आपको बता दें, कतर्नियाघाट जंगल बेहद खतरनाक है. यहां शेर, तेंदुआ, चीता और जंगली हाथियों का जमावड़ा है. ऐसे में जब 155 लोग फंस गए तो यह बात सुनते ही प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. हालांकि, आनन-फानन में सभी को सुरक्षित निकाला गया.


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