नई दिल्ली/इलाहाबाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक मुकदमे की सुनवाई के दौरान वहां मौजूद वकील उस समय सकते में आ गए जब, एक वकील ने दूसरे वकील पर उसके एडवोकेट रोल का बिना उसकी इजाजत के इस्तेमाल करने और मुकदमों में बहस कर कोर्ट को गुमराह करने का आरोप लगाया है. दरअसल, वकील जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि अपील में दर्ज एडवोकेट रोल उनका है, जिसका गलत इस्तेमाल हो रहा है. 


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कोर्ट ने दूसरे के एजवोकेट रोल पर बहस करने वाले वकील जितेंद्र कुमार सिंह को अगले आदेश तक किसी भी कोर्ट में बहस करने पर रोक लगा दी है और आगामी 17 तारीख तक इस मामसे की जांच रिपोर्ट मांगी है. कोर्ट ने वकील जितेंद्र कुमार सिंह का गाउन और बैंड भी कोर्ट में ही उतरवा लिया, साथ ही पुलिस कस्टडी में पूछताछ की गई. 


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कोर्ट ने अधिवक्ता जितेंद्र कुमार सिंह का गाउन और बैंड भी कोर्ट में ही उतरवा लिया और पुलिस अभिरक्षा में लेकर कोर्ट रूम से महानिबंधक कार्यालय तक ले जाने का निर्देश दिया और महानिबंधक को प्रारंभिक पूछताछ के बाद वकील को मुक्त करने को कहा है.


कोर्ट ने बहस करने वाले वकील जितेंद्र कुमार को पूछताछ में सहयोग करने और अगली तारीख पर हाजिर होने का निर्देश दिया है. यह आदेश जस्टिस विपिन सिन्हा और जस्टिस इफाकत अली खान की खण्डपीठ ने रामगोपाल की अर्जी पर सुनवाई करते हुए दिया है.


दरअसल, बुधवार (29 अगस्त) को सुबह दस बजे कोर्ट नंबर 51 में जब केस पुकारा गया तो अधिवक्ता जितेंद्र कुमार सिंह ने बहस शुरू ही की थी कि दूसरे अधिवक्ता जितेंद्र कुमार सिंह ने आपत्ति करते हुए कहा कि वह असली जितेंद्र कुमार सिंह हैं. जो वकील अपील पर बहस कर रहे हैं उन्होंने उनके एडवोकेट रोल का गलत इस्तेमाल किया है. इससे पहले भी वह 8 से 10 बार ऐसा कर चुके हैं. कोर्ट ने इस मामले की विस्तृत जांच कर महानिबंधक को रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.