Dhruv Jurel: भारत और इंग्लैंड के बीच रहे 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के चौथे मैच में 5 विकेट से भारत ने शानदार जीत हासिल की है. रांची में हुए इस टेस्ट मैच जीतकर भारत ने 3-1 से सीरीज पर कब्जा कर लिया है. इस मैच में ध्रुव जुरेल मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजा गया है. मैच के बीच में एक समय पर इग्लैंड का पलड़ा भारी पड़ता नजर आ रहा था. लेकिन ऐन वक्त पर ध्रुव जुरेल ने मोर्चा संभाला और पहली पारी में 90 रन ठोक दिए. ध्रुव जुरेल को मैन ऑफ द मैच देने के फैसले से फैंस में भी उत्साह का महौल है. दूसरी पारी में भी जब भारत मुश्किल स्थिति में आई तब भी जुरेल ने 39 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम का सहारा बने.


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यहां से हुई शुरुआत
2001 में आगरा में जन्में ध्रुव जुरेल छोटी उम्र से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे. लेकिन इस मंजिल तक पहुंचना इतना आसान नहीं था. ध्रुव जुरेल के पिता नेम सिंह सेना में थे, जिन्होंने कारगिल युद्ध में भाग लिया था.  22 वर्षीय खिलाड़ी के पिता नहीं चाहते थे कि वह क्रिकेटर बने. वह बेटे को अपनी तरह देश की सेवा में समर्पित करना चाहते थे.   


जुरेल के पिता नहीं चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेटर बने. वो बेटे को अपनी तरह देश सेवा के लिए सेना में भेजना चाहते थे. हालांकि जुरेल भी ध्रुव तारे की तरह अटल थे. छोटी उम्र से ही वह क्रिकेटर बनना चाहते थे. 


आर्मी स्कूल में पढ़ाई के दौरान ध्रुव जुरेल ने स्विमिंग कैंप ज्वाइन किया. मगर उनका पहला प्यार क्रिकेट ही था. जब स्कूल में स्विमिंग क्लास चलती थीं तो ध्रुव जुरेल क्रिकेट मैदान में चौके छक्कों से अपने खेल में पैनापन ला रहे थे. ध्रुव जुरैल ने फिर तैराकी छोड़ क्रिकेट को ही करियर बना लिया. ध्रुव के पिता को जब इसका पता चला तो वो काफी क्रोधित हुए. उन्होंने अपना बैट लेने के लिए 8 स रुपये का कर्ज लिया था. 


अंडर 19 में भी किया था कमाल
ध्रुव जुरेल ने यूपी के लिए अंडर 14 और अंडर 16 खेला है. ध्रुव जुरेल ने 2020 में वर्ल्ड कप के लिए अंडर 19 टीम के लिए चुना गया. ध्रुव जुरेल 2020 में अंडर 19 टीम के उप कप्तान भी रहे. जुरेल की टीम अंडर19 वर्ल्ड कप फाइनल में बांग्लादेश से मात खा गई थी. ध्रुव की अगुवाई में अंडर 19 एशिया कप भी टीम ने जीता.