UP Lok Sabha Chunav 2024: यूपी की 80 लोकसभा सीटों की लड़ाई में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी भी उतरने जा रही है. AIMIM ने सूबे की 8 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयाीर में है. पीडीए (पिछड़ा, दलित,अल्पसंख्यक) के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने जा रही सपा, कांग्रेस और बसपा के लिए इसे झटके के तौर पर देखा जा रहा है. औवैसी की पार्टी कई सीटों पर सपा का खेल बिगाड़ सकती है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एआईएमआईएम नेता असीम वकार ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि एआईएमआईएम मुस्लिम बहुल लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. साथ ही इंडिया गठबंधन पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, इंडिया गठबंधन के द्वारा लगातार उनकी पार्टी के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है. उन्हें अपमानित करने की पराकाष्ठा की जा रही है. 


इन सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी
एआईएमआईएम फिरोजाबाद, बदायूं, संभल, मुरादाबाद, अमरोहा, मेरठ और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उतारने का विचार कर रहे हैं. हमारी तीन दौर की बातचीत केंद्रीय नेतृत्व से हो चुकी है. हो सकता है कि हम कुछ और लोकसभा सीटों पर भी चुनाव लड़ने का ऐलान करें.   


कई सीटों पर सपा कर चुकी है प्रत्याशियों का ऐलान
एआईएमआईएम जिन सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, उनमें कई सीटों पर सपा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर चुकी है जबकि कई पर जल्द उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं. सपा ने बदायूं सीट से शिवपाल यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव को उम्मीदवार बनाया है. संभल से सपा ने शफीकुर्रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया था, जिनका 28 फरवरी को निधन हो गया. इसके अलावा धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ सीट और अमरोहा सीट के लिए महबूब अली और राम अवतार सैनी को प्रभारी बनाया था. हालांकि कांग्रेस से गठबंधन के बाद यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है.


2022 में भी AIMIM ने बिगाड़ा था कई सीटों पर खेल
2022 विधान सभा चुनाव में भी एआईएमआईएम ने 100 विधानसभा सीटों पर चुनावी ताल ठोकी थी. ओवैसी ने उन सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जहां मुस्लिम वोटर अहम भूमिका में थे. ओवैसी की पार्टी को भले 1 फीसदी से कम वोट मिले हों लेकिन उसने सपा की कई सीटों पर राह मुश्किल की थी जबकि इसका फायदा बीजेपी को मिला था. 


इन सीटों पर बीजेपी को मिला फायदा 
औवैसी के प्रत्याशी उतरने से बीजेपी को बिजनौर, नकुड़, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, कुर्सी, जौनपुर जैसी मुस्लिम बहुल सीटों पर फायदा मिला, यहां बीजेपी ने जीत दर्ज की. इससे अलावा भी कई सीटों पर सपा का खेल खराब किया. 


बिजनौर विधानसभा सीट 
बिजनौर सदर विधानसभा सीट पर 2022 में कमल खिला था. यहां बीजेपी प्रत्याशी मौसम चौधरी को 97165 वोट मिले, जबकि सपा-आरएलडी प्रत्याशी नीरज चौधरी ने 95720 वोट प्राप्त किए. यहां AIMIM के  मुनीर अहमद को 2290 वोट मिले. सपा-आरएलडी प्रत्याशी को 1445 वोट से हार का सामना करना पड़ा. अगर औवैसी के उम्मीदवार के वोट सपा प्रत्याशी को मिलते तो बीजेपी यह सीट हार जाती. 


फिरोजाबाद
फिरोजबाद विधानसभा सीट भी बीजेपी की झोली में गई थी. यहां बीजेपी प्रत्याशी मनीष असीजा को 112509 वोट मिले  जबकि सपा प्रत्याशी सफीउर्रहमान को 79554 वोट मिले, वहीं, AIMIM के बब्लू सिंह उर्फ गोल्डी ने 18898 वोट हासिल किए. 


मुरादाबाद नगर
इस सीट पर भी AIMIM प्रत्याशी के उतरने से बीजेपी प्रत्याशी को फायदा हुआ था. बीजेपी के रत्नेश कुमार गुप्ता को 148384 वोट जबकि 
सपा के युसुफ अंसारी को 147602 को वोट मिले. यहां 782 वोटों से सपा को हार का सामना करना पड़ा. AIMIM उम्मीदवार वकी रशीद को 2661 वोट मिले थे. 


जौनपुर की शाहगंज सीट
जौनपुर की शाहगंज सीट पर भी AIMIM उम्मीदवार ने खेल बिगाड़ा था. यहां निषाद पार्टी के प्रत्याशी रमेश सिंह को 86980 वोट मिले जबकि सपा गठबंधन के उम्मीदवार शैलेंद्र यादव ललई को 86514 मिले. AIMIM के उम्मीदवार नयाब अहमद खान ने भी 8128 वोट प्राप्त किए. इस सीट पर सपा को 468 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. 


लोकसभा चुनाव में गुल खिलाएगा BJP का चौरसिया प्लान, PDA के जवाब में BJP का नया कार्ड


Opinion Poll: लोकसभा चुनाव में यूपी में कौन लहराएगा परचम, देखें क्या है जनता का मूड