Agra: भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आगरा लोकसभा सीट के लिए प्रोफेसार सत्यपाल सिंह बघेल (SP Singh Baghel) ने लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है.  प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की आय का श्रोत पूर्व सांसद की पेंशन, आगरा कॉलेज में असोसिएट प्रोफेसर के तौर पर कुछ अमाउंट्स और वर्तमान में विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री के नाते तनख्वाह है. एसपी सिंह बघेल ने दाखिल नामांकन पत्र में आय का श्रोत दर्शाया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कितनी संपत्ति
भाजपा प्रत्य़ाशी एसपी सिंह बघेल ने दाखिल नामांकन पत्र में आय की जानकारी देते हुए बताया है कि उनके पास नकदी के रूप में 120000.00 रुपये हैं और उनकी पत्नी मधु सिंह बघेल के पास 180000.00 रुपये की नकदी है. चल संपत्ति की जानकारी देते हुए उन्होंने अपने नामांकन में दर्शाया है कि उनके पास कुल सकल संपत्ति 108,97, 646.69 तथा उनकी पत्नी की सकल संपत्ति 34,51, 145.16 दर्शाई है. इन दस्तावेजों में जानकारी दी गई है कि एसपी सिंह बघेल के पास एक पुरानी टाटा सूमो गाड़ी है जिसकी किमत 12,000.00 बताई गई है. सोने की जानकारी देते हुए बताया गया है कि एसपी बघेल के पास 5 तोला सोना है और उनकी पत्नी के पास 15 तोला सोना और 1 किलो चांदी है. 


हथियार
एसपी सिंह बघेल के पास एक 315 बोर की राइफल जिसकी कीमत 45,000.00 रुपए है वहीं 1,00,000 रुपए कीमत की 32 बोर की एक रिवॉल्वर है, पत्नी के पास कोई हथियार नहीं है. ऋण की बात करें तो एसपी बघेल और उनकी पत्नी पर किसी प्रकार का कोई ऋण नहीं है. अपराधिक मामलों की बात की जाए तो एसपी बघेल पर फिलहार कोई भी सक्रिय मामला नहीं है. प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की आय का श्रोत पूर्व सांसद की पेंशन, आगरा कॉलेज में असोसिएट प्रोफेसर के तौर पर कुछ अमाउंट्स और वर्तमान में विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री के नाते तनख्वाह है।


आगरा लोकसभा सीट का समीकरण
1952 से लेकर 1971 तक आगरा सीट कांग्रेस के पास, 1977 में इस सीट से भारतीय लोकदल के शंभूनाथ चतुर्वेदी ने चुनाव जीता, 1980, 1984 में कांग्रेस ,1989 में जनता दल,1991 से लेकर 1998 तक इस सीट पर भाजपा, 1999 सपा के राज बब्बर चुनाव जीतकर संसद पहुंचे, 2004 का चुनाव भी जीता, 2009 बीजेपी, 2009 से लेकर 2014 तक भाजपा के राम शंकर कठेरिया सांसद चुने गए.  2019 में भी ये सीट भाजपा ने जीती.


आगरा (सु.) लोकसभा आगरा (सु.) लोकसभा के अंतर्गत आगरा जिले की चार विधानसभा – एतमादपुर, आगरा कैंट (सु.), आगरा दक्षिण एवं आगरा उत्तर और एटा जिले की एक विधानसभा – जलेसर (सु.) आती है. जहां के सांसद भाजपा के डॉ. राम शंकर कठेरिया है. आगरा (सु.) लोकसभा में 1991, 1996, 1998, 2009 एवं 2014 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी. आगरा (सु.) लोकसभा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली पांचों विधानसभा सीटों पर वर्तमान में बीजेपी का कब्जा है. आगामी चुनाव में आगरा (सु.) लोकसभा में भाजपा एवं बसपा-सपा गठबंधन के मध्य कांटे का मुकाबला होने की सम्भावना है.


जातीय समीकरण
आगरा लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा क्षेत्र में है.  ये हैं आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, छावनी, एत्मादपुर, जलेसर. 1952 के लोकसभा चुनाव में आगरा दो लोकसभा क्षेत्र में बंटा हुआ था. आगरा पूर्वी और आगरा पश्चिम लोकसभा क्षेत्र थे. आगरा पूर्वी से रघुवीर सिंह पहली बार सांसद चुने गए. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी हृदय नंद कुंजरू को 22,512 वोटों से हराया था.वहीं, आगरा पश्चिमी से सेठ अचल सिंह चुनाव जीते थे.  उन्होंने भी निर्दलीय प्रत्याशी कृष्ण दत्त पालीवाल को 56,299 वोट से हराया.  तब पश्चिमी सीट पर चार प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। पूर्वी सीट से भी पांच प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई थी.


आगरा को दलित और मुस्लिम वोटरों का गढ़ माना जाता है. दलित वोटर होने के बाद भी यहां से बसपा को कभी फायदा नहीं मिला. आगरा में करीब 3.15 लाख वोटर वैश्य है, अनुसूचित जाति के करीब दो लाख 80 हजार वोटर हैं. मुस्लिम मतदाताओं की बात करें तो यहां करीब दो लाख 70 हजार है. वहीं एक लाख 30 हजार बघेल वोटरों की संख्या है. वर्तमान में इस सीट से एसपी सिंह बघेल सांसद हैं.