BJP Manifesto: आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा जल्द ही घोषणापत्र जारी कर सकती है. इसके लिए समिति का गठन हो चुका है.  इसमें यूपी के पांच नेताओं को जगह मिली है. भाजपा अपने घोषणापत्र में महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान कर सकती है. सूत्रों की माने तो इस बार बीजेपी के घोषणापत्र की 2 बड़ी थीम होंगी. पहली मोदी की गारंटी और दूसरी विकसित भारत 2047 संकल्प. घोषणा पत्र में पिछले 10 साल में पूरे किए गए वायदों का जिक्र हो सकता है. भाजपा अपने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र से इस घोषणा पत्र में क्या बदलाव कर सकती है.  इस बार यानी 2024 के घोषणा पत्र में कई बदलाव देखने को मिल सकते है. नए घोषणा पत्र में आने वाले कार्यकाल में किए जाने वाले कामों का खाका खींचा जाएगा.  

 

राम मंदिर और धारा 370 का जिक्र

बीते साल हुए मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा को लाडली बहना योजना को बड़ा फायदा मिला था, वैसा ही कुछ देश भर के लिए लागू किया जा सकता है. नए घोषणा पत्र में भाजपा अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खात्मे को बड़ी उपलब्धियों के तौर पर उल्लेखित कर सकती है. इसमें 3 तलाक का खात्मा उत्तराखंड में यूसीसी लागू करना भी रहेगा. घोषणा पत्र में बीजेपी द्वारा 2047 तक भारत को विकसित करने के संकल्प का रोड मैप दिया जाएगा. इसमें तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनने का रोडमैप गैर कानूनी जब्त सम्पत्तियों को उसके उचित हकदारों तक पहुचाने का वायदा होगा. इसमें किसानों, नारी शक्ति, आंतरिक और बाह्य सुरक्षा, वंचित समाज, गरीबों के विकास की बात होगी. 25 करोड़ गरीब बाहर हुए गरीबी रेखा से, उसका जिक्र होगा साथ ही कोरोना काल मे लोगों को बचाने का जिक्र भी भाजपा कर सकती है. 

 

घोषणा पत्र समिति की पहली बैठक

भाजपा के नए घोषणा पत्र में स्टार्ट अप का जिक्र होगा युवाओं की बेहतरी के वायदे होंगे सभी वर्गों के विकास की बात होगी सबका साथ और सबका विकास का जिक्र होगा आदि आदि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बनी बीजेपी की घोषणा पत्र समिति की पहली बैठक बीजेपी मुख्यालय में हुई है.   

बीजेपी मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य , स्मृति ईरानी, राम दास अग्रवाल, विनोद तावड़े आदि नेता शामिल हुए है. 

 

2014 के लिए तैयार हुआ था ये प्लान

भाजपा ने अपना 2014 लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र सबका साथ सबका विकास वाली थीम पर आधारित रखा था. बात 2014 के घोषणा पत्र की करें तो सबसे पहले महंगाई को ही मुद्दा बनाया गया था. इसके बाद क्रम से रोजगार, भ्रष्टाचार और काले धन को मुद्दा बनाया गया था. महंगाई रोकने के लिए अनाजों के अवैध भंडारण को रोकने और कालाबाजारी रोकने के लिए स्पेशल कोर्ट बनाने की बात कही गई थी. भाजपा ने 2014 में यूपीए सरकार को महंगाई के साथ-साथ रोजगार के मोर्चे पर भी फेल बताया था. देश में रोजगार बढ़ाने के लिए उसने श्रम आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने की बात कही थी. इसके लिए पार्टी ने सबसे ज्यादा रोजगार दिलाने वाले क्षेत्रों टेक्सटाइल और पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही थी.

 

2019 का घोषणा पत्र  

भाजपा ने अपना 2014 लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र में मुख्य रूप से राम मंदिर और 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य तय किया था. इसके साथ ही  कश्मीर में धारा 370 व 35A के संकल्प के जरिए धर्म और राष्ट्रवाद के मुद्दे पर आगे बढ़ने का इरादा भी था. पार्टी की ओर से कहा गया है कि मोदी सरकार के पिछले 5 साल के कार्यकाल के आधार पर इन लक्ष्यों को पूरा किया जाएगा. अगर इस घोषणा पत्र के मुख्य बिंदुओं पर नजर डालेंगे मंदिर पर संकल्प,  जम्मू-कश्मीर में धारा 35A और 370 पर वादा, छोटे किसानों के लिए पेंशन, छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन, राष्ट्र सुरक्षा पर वादा, एक साथ चुनाव की भी संकल्प, प्रत्येक परिवार के लिए पक्का मकान, अयुष्मान भारत, समान नागरिक संहिता जैसे लगभग 75 नए संकल्प की घोषणा की गई थी.