UP Lok Sabha Chunav Results: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार की परतें खुलना अब शुरू हो गई हैं. अगर आंकड़ों की बात की जाए तो बीजेपी 75 सीटों पर लड़ी थी, जिसमें से 72 सीटों पर उसे 2019 के मुकाबले कम वोट मिले और उसका वोट प्रतिशत काफी गिरा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

6 से 7 फीसदी की कमी
बीजेपी का वोट प्रतिशत 2019 में उत्तर प्रदेश में 49.6 फीसदी ती, जो 2024 में गिरकर 41.4 फीसदी रह गए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में ज्यादातर सीटों पर वोटों का प्रतिशत दो फीसदी से 6 फीसदी तक कम रहा है.वीआईपी सीटों अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी में भी कम वोटिंग हुई. लेकिन नोएडा, गाजियाबाद समेत जिन सीटों पर ज्यादा वोट पड़े वहां भी बीजेपी का वोट प्रतिशत नीचे आया है. 


कम पड़े वोट
यूपी में लोकसभा चुनाव 2019 में 8.60 करोड़ वोट पड़े थे और इसमें से 50 फीसदी के करीब यानी 4.32 करोड़ वोट भाजपा को मिले थे. लेकिन इस बार कहानी बदल गई. लोकसभा चुनाव 2024 में 8.82 करोड़ वोट उत्तर प्रदेश में पड़े, जिसमें 3.61 करोड़ वोट ही भाजपा के खाते में गए. भाजपा जिन 75 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी, उनमें करीब 50 से 55 लाख वोट उसे कम पड़ा है. यह औसतन हर लोकसभा सीट पर 60 से 65 हजार वोट कम है. जबकि उसकी हारी हुईं 27 सीटों का मार्जिन इससे कम रहा है. 


मुस्लिमों का एकमुश्त वोट
बहुजन समाज पार्टी का जो वोट कम हुआ है, वो सीधे सपा के खाते में गया. मुस्लिम वोट भी इस बार नहीं छिटका और बंगाल मॉडल की तरह बीजेपी को हराने के लिए मुस्लिम समुदाय ने सीधे सपा-कांग्रेस उम्मीदवारों को एकमुश्त वोट किया. 



पूर्वांचल में भी गिरा वोट


हाथरस, अलीगढ़, मथुरा और आगरा बेल्ट में भी भाजपा प्रत्याशियों को 2019 के मुकाबले कम वोट पड़ा है. हालांकि पूर्वांचल की सीटों पर जहां भाजपा की सबसे बड़ी हार हुई है, वहां भी पार्टी का सीटवार वोट प्रतिशत घटा है. सीएम योगी की सीट गोरखपुर और पीएम मोदी की वाराणसी सीट का भी यही हाल है. यही कारण है कि इन सीटों पर जीत के बावजूद मार्जिन काफी कम रहा.


और भी पढ़ें


यूपी बीजेपी से होंगे 5-6 मंत्री, मोदी सरकार 3.0 के लिए मंत्रिपदों का फार्मूला हुआ तय


UP News: सीएम योगी के साथ मंत्रियों की बैठक आज, कौन बचेगा और किस पर गिरेगी गाज