shravasti loksabha seat: बसपा प्रमुख मायावती ने श्रावस्ती लोकसभा सीट से पार्टी के बागी सांसद राम शिरोमणि वर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. राम शिरोमणि वर्मा श्रावस्ती लोकसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़ सकते हैं. पार्टी ने श्रावस्ती से बसपा के सांसद राम शिरोमणि वर्मा व उनके भाई राम सुरेश वर्मा को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते इनको निष्कासित किया गया है. अम्बेडकरनगर से बसपा जिलाध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी. बसपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि उन्हें पूर्व में भी इसको लेकर चेतावनी दी गई थी लेकिन उनमें कोई सुधार नहीं आया, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है. उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया है. ऐसी चर्चा है कि सपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.


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अगर 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो पांच साल पहले चुनाव जीता एक भी सांसद अब पार्टी के पाले में खड़ा नहीं दिख रहा है. इससे पहले अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से बसपा सांसद रितेश पांडे और लालगंज लोकसभा सीट से सांसद संगीता आजाद भाजपा में शामिल हो चुकी हैं. जबकि गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी अब समाजवादी पार्टी के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं. 


अमरोहा से सांसद रहे दानिश अली अब कांग्रेस से उसी सीट पर लड़ने की तैयारी में हैं. जबकि जौनपुर से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव भी कांग्रेस में जा सकते हैं. वो भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हो चुके हैं. सहारनपुर लोकसभा सीट से सांसद हाजी फजलुर्रहमान का टिकट कट चुका है और उनकी जगह पार्टी ने माजिद अली को मैदान में उतारा है.



बसपा ने की बड़ी कार्रवाई
बरेली में लोकसभा चुनाव से पहले बीएसपी ने दो नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया.  गुरुवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेतृत्व के निर्देश पर जिलाध्यक्ष ने पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश सागर और फरीदपुर से 2022 के चुनाव में प्रत्याशी रहीं शालिनी सिंह को निष्कासित कर दिया है.  इन पर अनुशासनहीनता के चलते और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के मामले में निष्कासित किया गया. इससे पहले अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से सांसद रितेश पांडे ने भी फरवरी में बसपा से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के कुछ ही घंटों बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया था. यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. बसपा से बाहर होने के बाद उन्होंने बसपा पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे.


 कुंवर रेवती रमण सिंह थाम सकते हैं 'हाथ'
वहीं सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुंवर रेवती रमण सिंह कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक कुंवर रेवती रमण सिंह किसी भी समय कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.  ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही रेवती रमण सिंह अपने बेटे उज्जवल रमण सिंह और समर्थकों के साथ कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे.इलाहाबाद संसदीय सीट से रेवती रमण सिंह कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी भी हो सकते हैं. औपचारिक तौर पर अगले हफ्ते कांग्रेस में रेवती रमण सिंह के शामिल होने का ऐलान हो सकता है.


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