करारी हार के बाद मायावती के ताबड़तोड़ फैसले, सांसदों से भी ताकतवर जिला कोआर्डिनेटरों के छीने अधिकार
Mayawati In Action mode: लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद मायावती ऐक्शन मोड में आ गई हैं. उन्होंने सेक्टर प्रभारियों से हार के कारणों को लेकर रिपोर्ट मांगी है. आकाश आनंद की वापसी के संकेत भी मायावती ने दिए हैं. उधर कौशाम्बी के प्रत्याशी और प्रयागराज मंडल के पूर्व प्रभारी को पार्टी से निकाल दिया गया है.
विशाल सिंह/लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती लोकसभा चुनाव 2024 में करारी हार के बाद ऐक्शन मोड में हैं. बसपा सुप्रीमो ने नवगठित सेक्टर प्रभारियों से 20 जून तक हार के कारणों की पूरी रिपोर्ट मांगी है. मायावती ने सेक्टर और मंडल प्रभारियों के साथ बैठक में ये निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सेक्टर प्रभारियों को यह बताना होगा कि इसमें कितने डमी कैंडीडेट थे और कितने उम्मीदवारों के सिलेक्शन में लापरवाही की गई थी. कौशांबी के प्रत्याशी और प्रयागराज मंडल के पूर्व प्रभारी को पार्टी से निकाल दिया गया है.
इन बिंदुओं पर मांगी रिपोर्ट
मायावती ने रविवार को सभी 6 सेक्टर के प्रभारियों और मंडल प्रभारियों से बात की. उन्होंने पूछा कि कहां कमियां रहीं, जिलाध्यक्षों की भूमिका क्या रही, प्रत्याशी चयन में कहां चूक हुई और हार की वजह क्या रही? जिलाध्यक्षों ने लापरवाही की है तो उसकी भी रिपेार्ट भी दी जाए. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में आकाश आनंद का मुद्दा भी उठा. सभी ने कहा कि आकाश को बीच चुनाव में हटाए जाने से भी काफी नुकसान हुआ है. माना जा रहा है कि जल्द ही उनको फिर से पार्टी में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है.
BSP में मंडलीय व्यवस्था खत्म, लागू होगा सेक्टर सिस्टम
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव में हार के बाद संगठन में फेरबदल किया है. प्रदेश को छह सेक्टरों में बांटा गया है और हर सेक्टर में दो से चार मंडल होंगे. कई सेक्टरों में इंचार्जों की तैनाती, कई के कार्यक्षेत्र में बदलाव, अयोध्या, देवीपाटन, बस्ती और गोरखपुर मंडल का एक सेक्टर बनाया गया है. बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल को इस सेक्टर का मुख्य इंचार्ज बनाया गया है. उनके साथ घनश्याम खरवार, सुधीर कुमार भरत, सुरेश कुमार गौतम को भी इंचार्ज बनाया गया है.
इसी तरह अलीगढ़, आगरा, कानपुर और प्रयागराज सेक्टर में श्मसुद्दीन राइन के साथ सूरज सिंह जाटव और परवेज कुरील को जिम्मेदारी दी गई है. मुनकाद अली को मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और बरेली का मुख्य जोन इंचार्ज बनाया गया है. इसके अलावा मिर्जापुर, वाराणसी और आजमगढ़ को मिलाकर एक सेक्टर बनाया गया है. वहीं लखनऊ झांसी, चित्रकूट का अलग सेक्टर होगा. इसमें शमसुद्दीन राइन को मुख्य इंचार्ज बनाया गया है. मायावती ने यह फैसला मंडलवार पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद लिया है. जल्द ही कई और सेक्टरों के इंचार्जों की तैनाती की जाएगी. उसके बाद बीएसपी सुप्रीमो जिला स्तर तक के सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगी .
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