UP Lok Sabha Election Result 2024: लोकसभा चुनाव के लिए सभी चरणों के मतदान हो चुके हैं और अब परिणाम सामने आने लगे हैं. बीजेपी हो या सपा-कांग्रेस या फिर बसपा, लोकसभा चुनाव 2024 में सबने अपने प्रत्याशियों की लिस्ट में युवाओं को बढ़चढ़कर टिकट दिया. यूपी लोकसभा चुनाव में ये युवा उम्मीदवार काफी चर्चित भी रहें. आइए जानें यूपी के युवा उम्मीदवारों की लिस्ट, किस उम्मीदवार ने पार्टी का भरोसा कायम रखा और कौन चुनाव के इस भंवर से पार नहीं पा सका. 


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पुष्पेंद्र सरोज-कौशांबी- जीते.
लोकसभा चुनाव में 25 साल के कौशांबी सुरक्षित लोकसभा सीट से पुष्पेंद्र सरोज उतरे हैं जो ति पिता इंद्रजीत सरोज की विरासत आगे लेकर चल रहे हैं. समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के पिता इंद्रजीत सरोज सपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री हैं. 


करण भूषण शरण सिंह- कैसरगंज, जीते
यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से बीजेपी ने पार्टी के मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह पर दांव लगाया था करण भूषण सिंह (Karan Bhushan Singh) 13 दिसंबर 1990 को जन्में है और डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल खिलाड़ी रहे हैं. डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से उन्होंने बीबीए और एलएलबी की डिग्री ली है. ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट से उन्होंने डिप्लोमा किया है और फिलहाल यूपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर हैं. इसके अलावा वो सहकारी ग्राम विकास बैंक (नवाबगंज, गोण्डा) के अध्यक्ष पद पर रहकर जिम्मेदारी निभा रहे हैं. 


प्रिया सरोज-मछलीशहर, जीत
समाजवादी पार्टी ने मछलीशहर लोकसभा सीट से सुप्रीम कोर्ट की युवा महिला अधिवक्ता प्रिया सरोज को मौका दिया है. 25 साल की प्रिया पूर्व सांसद और मौजूदा समय में केराकत से विधायक तूफानी सरोज की बेटी हैं. सपा ने पासी समाज पर दांव लगाते हुए मछलीशहर लोकसभा की सुरक्षित सीट से प्रिया सरोज को उतारा है.


चंदन चौहान-ब‍िजनौर- जीत
बिजनौर लोकसभा सीट पर 35 साल के चंदन चौहान पर भाजपा-रालोद गठबंधन ने भरोसा किया है. पूर्व डिप्टी सीएम चौधरी नारायण सिंह के पोते चंदन आगे की विरासत संभाल रहे हैं. चंदन मीरापुर विधानसभा सीट से 2022 में चुनाव जीतकर विधायक भी बन चुके हैं. 


इकरा हसन-कैराना- जीत
कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गबंधन ने 27 साल की इकरा हसन को टिकट दिया था. लंदन से पढ़कर उत्तर प्रदेश की सीट से चुनाव इकरा हसन लड़ने वाली इकरा खानदान की मजबूत सियासी विरासत संभालती हुई आगे बढ़ रही है और अपनी भी पहचान बना रही हैं. इकरा के बड़े भाई भी इसी सीट से विधानसभा का चुनाव तीन बार जीत चुके हैं. अब इस सीट से इकरा ने...


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डाली शर्मा-गाजियाबाद- हार
39 साल की डाली शर्मा को गाजियाबाद में कांग्रेस ने दोबारा टिकट दिया. डॉली शर्मा के पिता नरेंद्र भारद्वाज हैं जोकि कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं. डॉली शर्मा कांग्रेस के टिकट पर पहली दफा 2017 में मेयर का चुनाव में मैदान में उतरी थी और चुनाव हार गई थीं. दूसरे नंबर पर रहकर उन्होंने 1,19,091 वोट पाए थे. डॉली शर्मा परास्नातक हैं और कांग्रेस ने उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था. तब तीसरे स्थान पर रहकर डॉली ने केवल 1,11,944 वोट हासिल किए. 


प्रथमेश मिश्रा-प्रतापगढ़- हार
मायावती ने प्रतापगढ़ से प्रथमेश मिश्रा (Prathmesh Mishra) को पर भरोसा करते हुए अपना उम्मीदवार बनाया है. प्रथमेश मिश्रा (Prathmesh Mishra) 1990 में प्रतापगढ़ जिले में पैदा हुए और बीए और एलएलबी तक उन्होंने अपनी पढ़ाई की है. सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल वे वकालत कर रहे हैं. वहीं उनके पिता शिव प्रकाश मिश्र सेनानी दूसरी पार्टी में है यानी बीजेपी के नेता हैं, पार्टी ने उन्हें कौशाम्बी लोकसभा का प्रभारी बनाया है. 


उज्‍जवल रमण- जीत
इलाहाबाद लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना किला बचा लिया है. कांग्रेस के उज्‍जवल रमण सिंह लोकसभा चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने बीजेपी के नीरज त्रिपाठी को हराया है.