विशाल सिंह/लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है. वहीं यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच किसे कितनी सीटें मिलेंगी ये अभी भी तय नहीं हो पाया है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (SP) ने कांग्रेस को राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से 17 सीट देने की पेशकश की है. सूत्रों के मुताबिक सपा की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर 17 सीटें देने की बात कही गई है. हालांकि अभी तक इस पर कांग्रेस का आधिकारिक जवाब नहीं आया है. आपको बता दें कि इससे पहले सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें ऑफर की थी.


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सपा ने ऑफर की ये सीटें
समाजवादी पार्टी ने यूपी में कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटें देने की ऐसे समय में पेशकश की है जब राज्य में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा चल रही है.सपा ने जिन सीटो की पेशकश कांग्रेस को की है उनमें, अमेठी, रायबरेली, वाराणसी ,अमरोहा ,बागपत, सहारनपुर, गौतम बुध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर ,फतेहपुर सीकरी, हाथरस ,झांसी, बाराबंकी ,कानपुर, सीतापुर ,कैसरगंज और महाराजगंज है.


समझौते के मूड में नहीं सपा
मुरादाबाद को लेकर समाजवादी पार्टी समझौते के मूड में नहीं है और कांग्रेस मुरादाबाद छोड़ने को तैयार नहीं है. कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी से बिजनौर की सीट भी मांग रही है, लेकिन समाजवादी पार्टी ना तो मुरादाबाद और ना ही बिजनौर देने को तैयार है.  जबकि समाजवादी पार्टी ने प्रियंका के कहने पर दानिश अली के लिए अमरोहा और इमरान मसूद के लिए सहारनपुर छोड़ दी है. अखिलेश की आख़िरी बातचीत खरगे से हुई .


लखनऊ पहुंचेगी न्याय यात्रा
राहुल गांधी की न्याय यात्रा आज लखनऊ पहुंचेगी. रायबरेली-लखनऊ सीमा से निगोहां में आगमन होगा. यात्रा  कालिंदी पार्क मोड़ से केकेसी चारबाग पहुंचेगी और  नाका चौराहा होते हुए रकाबगंज जाएगी. कांग्रेस की न्याय यात्रा राजाबाजार, मेडिकल कॉलेज, चरक चौराहा जाएगी.  चौक चौराहा होते हुए घन्टाघर पहुंचेंगी.राहुल गांधी घंटाघर पर जनसभा को संबोधित करेंगे . ठाकुरगंज, बालागंज, दुबग्गा से पारा पहुंचेगी न्याय यात्रा. यात्रा सैनिक स्कूल से दरोगाखेड़ा होते हुए बंथरा जाएगी.


अखिलेश-राहुल की आज मुलाकात
अखिलेश-राहुल की आज मुलाकात हो सकती है. दोनों नेताओं के बीच सीटों पर बातचीत संभव है. दरअसल अखिलेश यादव ने सोमवार (19 फरवरी, 2024) को कहा कि कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने तक उनकी पार्टी न्याय यात्रा में हिस्सा नहीं लेगी. इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह रायबरेली में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे. 



टकराव की वजहें---


1-समाजवादी पार्टी द्वारा गठबंधन की सीटों के एकतरफा एलान से इंडिया गठबंधन में दरार पड़ी
2-कांग्रेस अपनी प्रथम वरीयता वाली सीटें छोड़ने को तैयार नहीं है, जबकि सपा इन सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है.
3-जिन नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर सपा जॉइन की उनको सपा ने टिकट दिया लेकिन सपा उन सीटो पर उम्मीदवार उतार रही है
4. जहां पर सपा छोड़कर टिकट की चाह में नेता कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं. 
5. कांग्रेस की न्याय यात्रा में अखिलेश के शामिल न होने से भी गठबंधन में दरार पड़ी.
6. सबसे बड़ी वजह कांग्रेस का ज्यादा  सीट मांगना और सपा का कम सीट देना.


क्या सपा और कांग्रेस में अभी भी बनेगी सहमति
अब राजनीतिक गलियारों में कयास  हैं कि कांग्रेस और सपा के बीच यूपी में सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि पहले सपा ने कांग्रेस को 11 सीट की पेशकश की थी. कांग्रेस ने ज्यादा सीटों की मांग की और इसे बढ़ाकर 15 किया गया और अब इसे 17 कर दिया गया. सपा ने 17 सीटों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र भेज दिय़ा है. ऐसे में सपा को इसके जवाब का इंतजार है.कांग्रेस की स्वीकृति के आधार पर रायबरेली में न्याय यात्रा में अखिलेश यादव का शामिल होना निर्भर करेगा.


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लोकसभा चुनाव को लेकर सपा का ओबीसी कार्ड
सपा का पूरा फोकस ओबीसी वोट पर है. ओबीसी वर्ग भाजपा का सबसे बड़ा वोट बैंक है. अभी तक सपा ने 27 उम्मीदवार उतारे हैं. उसमें से दूसरी सूची में 11 में से 4 गैर यादव ओबीसी शामिल हैं. पहली सूची में 16 में से 8 गैर यादव ओबीसी प्रत्याशी उतारे हैं. अभी तक 27 उम्मीदवार में से कुल 15 ओबीसी हैं.