Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक हैं, लेकिन विपक्ष के इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर ज्यादातर जगह अब तक माथापच्ची जारी है. इसमें उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटें भी शामिल हैं. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भले ही कांग्रेस को 11 सीटें देने का ऐलान कर चुके हों लेकिन कांग्रेस इस पर राजी नजर नहीं आ रही है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सपा की सहयोगी रालोद भी सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर नाखुश नजर आ रही है. जयंत चौधरी की पार्टी ने ज्यादा सीटों की डिमांड की है. 


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दो और सीटों की डिमांड!
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रालोद ने दो और सीटों की मांग की है, सपा और राष्ट्रीय लोकदल के बीच अभी 7 सीटों पर समझौता हुआ है. यानी पार्टी कुल 9 सीटों पर दावेदारी की है. हालांकि रालोद इस बात पर राजी है कि सपा अपने प्रत्याशी को उनके सिंबल पर चुनाव लड़ा सकती है. 2018 के उप चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था जब सपा की तबस्सुम बेग आरएलडी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और उन्होंने बीजेपी की मृगांका सिंह को शिकस्त दी थी. 


अखिलेश ने 7 सीटों का दिया ऑफर
लोकसभा चुनाव के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच बैठक हुई थी. इसमें पश्चिमी यूपी की 7 सीटें राष्ट्रीय लोकदल को दी गई थीं. दोनों ने इसको लेकर एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी थी. सपा व रालोद के बीच जिन सात सीटों पर सहमति बनी है. उनमें मेरठ, कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत, मथुरा व हाथरस प्रमुख हैं. बिजनौर व अमरोहा में से एक सीट और रालोद को मिल सकती है. 


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2019 में रालोद तीन सीटों पर लड़ी थी चुनाव
बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव भी सपा और रालोद ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. इसमें रालोद को तीन सीटें (मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर) मिली थीं, लेकिन तीनों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. सपा ने 5 और बसपा ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, 2022 विधानसभा चुनाव में सपा-रालोद साथ चुनाव लड़े. इसमें सपा ने 111 सीटें जीतीं जबकि रालोद ने भी 8 सीटों पर परचम लहराया. 


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