यूपी में राज्यसभा चुनाव के पहले खेला, दिग्गज दलित नेता समेत सपा के 10 विधायक बीजेपी में जाने को तैयार
UP Politics: लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही समय बचा है. ऐसे में नेताओं का पार्टी बदलने का दौर शुरू हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव के पहले सपा में बड़ी टूट होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में बड़ी टूट की खबर सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक राज्यसभा चुनाव से पहले सपा में बागियों के स्वर मजबूत हो रहे हैं जिसके चलते सपा की चिंता बढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक सपा के 10 विधायक बीजेपी और 3 विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक सपा विधायक इंद्रजीत सरोज समेत करीब दर्जन भर विधायक बीजेपी के साथ संपर्क साधे हुए हैं. इसके अलावा अमिताभ वाजपेयी समेत 3 विधायक कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो अखिलेश यादव के लिए चुनाव से पहले बहुत बड़ा झटका होगा.
राज्यसभा चुनाव को लेकर बढ़ी नाराजगी
हालांकि कुछ ही दिन पहले अखिलेश यादव के कई करीबी नेताओं ने उन्हें झटका दिया है। सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने पहले ही राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी को उतारने को वोट देने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी पीडीए के रास्ते पर चल रही है। साथ ही उन्होंने सपा के उम्मीदवार जया बच्चन और आलोक रंजन पर सवाल खड़े किए हैं।
पल्लवी पटेल के बगावती तेवर बरकरार
लोकसभा चुनाव से पहले सपा को लगातार एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं. जहां पहले जयंत चौधरी ने अखिलेश का साथ छोडा तो वहीं पल्लवी पटेल भी नाराज हो गईं है. सपा विधायक और अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल भी अखिलेश से नाराज दिखाई दे रही हैं. पल्लवी पटेल ने खुलकर कहा है कि, राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट नहीं देंगी. इसी के साथ ही उन्होंने अखिलेश को पीडीए के खिलाफ बताया है. उन्होंने अखिलेश के पीडीए का नारा सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया.
सीट शेयरिंग को लेकर स्थिति साफ नहीं
कांग्रेस और सपा के बीच अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है. इन तमाम मुसीबतों से अभी अखिलेश जूझ ही रहे थे कि एक और बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि सपा के 10 विधायक जल्द ही भगवा दामन थाम सकते हैं तो वहीं तीन विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. सपा में टूट को आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से देखा जा रहा है. राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग के लिहाज से भी इस टूट को अखिलेश के लिए एक बड़ा झटका ही माना जा रहा है.
नामाकंन के बाद शुरु हुए बगावती सुर
सपा में बगावती राज्सभा उम्मीदवारों के नामाकंन के बाद शुरू हो गए. पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रत्याशियों के नामांकन होने के बाद पार्टी महासचिव के पद से इस्तीफा दिया. उत्तर प्रदेश में 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहा है. बीजेपी ने इस चुनाव में 8 और सपा ने 3 प्रत्याशी उतारे हैं. अखिलेश यादव ने जया बच्चन और आलोक रंजन के अलावा रामजी सुमन को अपना राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है.
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