SP Lok Sabha Candidate 2024: संभल से बागपत तक सपा के प्रत्याशियों का ऐलान हो गया है. समाजवादी पार्टी की नई लिस्ट में छह नाम शामिल हैं. अखिलेश यादव ने बागपत से मनोज चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. पीलीभीत से भागवत सरन गंगवार को उम्मीदवार बनाया गया है. गौतमबुद्ध नगर से प्रत्याशी बदला गया है औऱ राहुल अवाना को टिकट दिया गया है.घोसी से राजीव राय और मिर्जापुर से राजेन्द्र एस बिंद को प्रत्याशी बनाया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पीलीभीत से टिकट घोषित करके समाजवादी पार्टी ने वरुण गांधी को लेकर चल रही चर्चा पर पूर्ण विराम लगा दिया. पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार समाजवादी पार्टी के पीलीभीत प्रत्याशी बनाए गए हैं. अगर बीजेपी से टिकट कटता है तो वरुण के पास निर्दलीय लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा. 


ये खबर भी पढ़ें- सपा ने गौतमबुद्ध नगर से क्‍यों बदल दिया प्रत्‍याशी?, जानें अब किसको दिया टिकट


बागपत में जाट वोटों की अहमियत को देखते हुए मनोज चौधरी को टिकट दिया गया है. राष्ट्रीय लोकदल के बीजेपी के गठबंधन होने के बाद एनडीए में यह सीट जयंत चौधरी के खाते में गई है. ऐसे में यहां लड़ाई दिलचस्प हो गई है. नोएडा से सपा ने प्रत्याशी बदलकर राहुल अवाना को मैदान में उतारने का ऐलान किया है. पीडीए यानी पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यकों का ध्यान रखने का दावा करते हुए पीलीभीत से भागवत सरन गंगवार को चुनाव मैदान में उतारा है. घोसी से भूमिहार को टिकट देते हुए राजीव राय को टिकट दिया गया है. मिर्जापुर से भी ओबीसी को टिकट देकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की गई है. 


राजीव राय सपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता हैं. 2012 में जब समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव जीता था. राजीव राय को टीम अखिलेश के अहम चेहरों में से एक माना जाता था. वो पार्टी का मीडिया का बड़ा फेस भी हैं. राजीव राय 2014 में घोसी से लोकसभा चुनाव उम्मीदवार थे. 


नोएडा से पहले समाजवादी पार्टी ने महेंद्र नागर को टिकट दिया था, लेकिन पार्टी नेताओं ने खुले तौर पर उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया था. पार्टी की गौतमबुद्ध नगर इकाई के कुछ नेता लखनऊ में अखिलेश से मिले थे, इसके बाद प्रत्याशी बदलने का ऐलान हुआ. अवाना गुर्जर समुदाय से आते हैं. उनका मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा से होगा. महेश शर्मा के कुछ बयानों को लेकर गुर्जर समुदाय ने पहले काफी विरोध किया था. हालांकि नोएडा-गाजियाबाद बीजेपी का गढ़ माना जाता है. बीजेपी यहां बड़े अंतर से चुनाव जीतती रही है. 


ये खबर भी पढ़ें- पीलीभीत में पर्चा खरीद वरुण गांधी ने चेताया, बीजेपी से लोकसभा टिकट न मिला तो आजमाएंगे ये दो विकल्प


संभल की बात करें तो शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर रहमान को टिकट दिया गया है. वो इसके लिए दावेदारी भी जता रहे थे. सपा ने पहले यहां से शफीकुर्रहमान को टिकट दिया था, लेकिन उनके निधन के बाद प्रत्याशी को बदलना पड़ा.