UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के बीच अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने दो करोड़ परिवारों तक पहुंचने का पूरा प्लान बनाया है. सपा ने इसके लिए योजना बनाई है, और इसमें सपा कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है. सपा ने इसे PDA (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) तक पहुंचने का नाम दिया है. 


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अखिलेश ने बीजेपी को घेरा


समाजवादी पार्टी द्वारा जारी किए गए एक बयान में अखिलेश के हवाले से कहा गया कि इन परिवारों के सामने आर्थिक तथा सामाजिक गैरबराबरी और इसके दुष्प्रभावों का भी खुलासा होगा. समाजवादी विचारधारा में पीडीए के माध्यम से शोषित पीड़ित वर्ग को आशा और विश्वास की नई किरण दिखाई दी है. उन्होंने कहा कि खासकर महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ा है. बीजेपी सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों का उपहास किया है. इस समाज के आत्मसम्मान की लड़ाई समाजवादी पार्टी लड़ती आई है, आगे भी लड़ेगी. इसके साथ ही कहा कि बीजेपी राज में पूंजीपतियों के घराने फल फूल रहे हैं जबकि गरीब जनता का आवाज उठाना अपराध हो गया है. ऐसे में देश का विकास सभी वर्गों के समानुपातिक भागीदारी से ही संभव है.   


पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक
सपा अध्यक्ष अखिलेश  ने कहा कि पीडीए यादव द्वारा “पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक” (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के लिए गढ़ा गया शब्द है, जिसका इस्तेमाल सपा आगामी लोकसभा चुनाव में प्रमुखता से कर रही है.


जातीय जनगणना से लक्ष्य
अखिलेश ने कहा, जातीय जनगणना से यह लक्ष्य मिल सकता है क्योंकि जब हर किसी को अपनी संख्या के आधार पर हक और सम्मान मिलेगा तभी वास्तविक सामाजिक न्याय की स्थापना हो सकेगी. उन्होंने कहा कि भाजपा मूलतः सामाजिक न्याय के विरूद्ध है, इसीलिए वह पिछड़ों, दलितों के आरक्षण को समाप्त करने की साजिश कर रही है. उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह इनके वोट तो लेती है पर उन्हें अधिकार नहीं देना चाहती है. उन्होंने कहा कि इनके अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए पीडीए की एकजुटता से समाजवादी पार्टी-इंडिया गठबंधन पूरी ताकत से इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को केन्द्र की सत्ता से हटाने जा रहा है.


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