संतकबीरनगर लोकसभा सीट पर क्या बीजेपी लगाएगी जीत की हैट्रिक, सपा का अब तक नहीं खुला खात
UP loksabha chunav 2024: यूपी की राजनीति में भी खास संतकबीर नगर भी अहम भूमिका रखता है. इस सीट पर पहले लोकसभा चुनाव साल 2009 में हुए. जब बसपा ने यहां से परचम लहराया था. इसके बाद से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार है.
Santkabirnagar Lok Sabha Seat: 5 सितंबर 1997 को आस्तित्व में आया संतकबीर नगर जिला संत कबीर दास की नगरी से जाना जाता है. राप्ती नदी के किनारे बसा यह जिला यूपी की राजनीति में भी खास भूमिका रखता है. इस सीट पर पहले लोकसभा चुनाव साल 2009 में हुए. जब बसपा ने यहां से परचम लहराया था. इसके बाद से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार है. आइए समझते हैं, इस सीट के सियासी समीकरण क्या हैं.
2024 लोकसभा चुनाव में कौन प्रत्याशी (santkabirnagar Lok Sabha Chunav 2024 Candidate)
बीजेपी - प्रवीण कुमार निषाद
सपा-कांग्रेस गठबंधन - घोषित नहीं
बसपा -घोषित नहीं
कुल पांच सीटों को मिलाकर बनी लोकसभा सीट
पहले संतकबीरनगर बस्ती जिले के अंतर्गत आता था. घाघरा, कुआनो, आमी और राप्ती यहां पर बहने वाली प्रमुख नदियां हैं. इसकी सीट संख्या 62 है. संत कबीर नगर लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. जिसमें अंबेडकरनगर जिले की अलापुर और गोरखपुर जिले की खजनी सीट के अलावा संतकबीरनगर की खलीलाबाद, मेंहदावल और धनघटा सीट शामिल हैं. इस लोकसभा सीट में आने वाली 5 विधानसभा में तीन बीजेपी, एक निषाद पार्टी और एक पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है.
2009 में हुए चुनाव
2009 में संतकबीर नगर लोकसभा सीट पर पहली बार चुनाव हुए. तब यहां से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर भीष्म शंकर उर्फ कौशल जीत दर्ज की थी. उन्होंने बीजेपी के शरद त्रिपाठी को करीब 29 हजार वोटों से शिकस्त दी थी. भीष्म शंकर को 2,11,043 मत (26.35 फीसदी) हासिल हुए. जबकि बीजपी प्रत्याशी को उनसे 3.68 फीसदी कम वोट मिले.
2014 में बीजेपी की वापसी
2014 में इस सीट पर पहली बार कमल खिला ता. यहां से बीजेपी के शरद त्रिपाठी ने 2009 लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला लेते हुए भीष्म शंकर को हराकर लोकसभा का टिकट कटाया था. 2014 में इस सीट पर कुल 25 उम्मीदवार मैदान में थे. कुल 10,11,649 (53.1%) लोगों ने मतदान किया. जिसमें बीजेपी के शरद त्रिपाठी ने जीत दर्ज की. उन्होंने 97,978 वोटों से बसपा के भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी को हराया था. तीसरे स्थान पर सपा के भालचंद्र जबकि कांग्रेस प्रत्याशी पांचवें नंबर पर रहे.
2019 में बीजेपी ने बरकरार रखी सीट
2019 में बीजेपी ने इस सीट को अपने पास बरकरार रखा. बीजेपी ने यहां से 'जूताकांड' के बाद चर्चा में आए शरद त्रिपाठी का टिकट काटकर यहां से निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद को मैदान में उतारा था. उन्होंने एक बार फिर बसपा प्रत्याशी भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी को शिकस्त दी. बीजेपी के प्रवीण निषाद को 467,543 (43.97 फीसदी) जबकि बसपा प्रत्याशी भीष्म शंकर तिवारी को 4,31,794 वोट (40.61 प्रतिशत वोट मिले).
वोटरों की संख्या
2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की आबादी करीब 17.2 लाख है. जिसमें पुरुष मतदाता करीब 8.7 लाख और महिला वोटरों की संख्या 8.5 लाख है. धर्म के आधार पर यहां की 76% आबादी हिंदुओं की है जबकि मुस्लिमों की आबादी 24% है. लिंगानुपात के लिहाज प्रति हजार पुरुषों पर 972 महिलाएं हैं.
जातीय समीकरण
एक अनुमान के मुताबिक जाति के आधार पर संतकबीरनगर लोकसभा क्षेत्र में निषाद मतदाताओ की संख्या करीब डेढ़ लाख, मुस्लिम मतदाताओं की तादात सवा 6 लाख, यादव वोटरों की संख्या एक लाख 40 हजार ,कुर्मी मतदाताओं की संख्या 1लाख 25 हजार, क्षत्रिय वोटर करीब सवा लाख, भूमिहार मतदाता 50 हजार और दलित मतदाताओं की तादाद लगभग 4.5 लाख है.
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