SP Congress Alliance: लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर अब सपा-कांग्रेस गठबंधन की तस्‍वीर पूरी तरह साफ हो गई है. यूपी में 2017 के बाद एक बार फ‍िर 2024 में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी चुनाव में दिखेगी. 2017 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को 47 सीट तो कांग्रेस को मात्र 7 सीटों पर ही जीत मिली थी. तो आइये जानते हैं एक बार फ‍िर यूपी में दो लड़कों की जोड़ी चुनाव में कितना असर डाल पाएगी. 


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ये 17 सीटें कांग्रेस के खाते में गईं 
दरअसल, बुधवार को यूपी की 80 सीटों को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में सीटों का बंटवारा हो गया. सपा 63 तो कांग्रेस केवल 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा ने कांग्रेस को जो 17 सीटें दीं, उसमें अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, सीतापुर, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर सीकरी, सहारनपुर, मथुरा शामिल हैं. बाकी 63 सीटों पर सपा लड़ेगी. 


पिछले चुनाव में कितनी सीटों पर मिली थी जीत? 
2017 विधानसभा चुनाव में राहुल-अखिलेश साथ नजर आए थे. उस समय जनता ने सपा-कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया था. सपा-कांग्रेस गठबंधन के खाते में 54 सीटें ही गई थीं. कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें 7 सीटों पर ही जीत सकी थी. वहीं, समाजवादी पार्टी 298 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इसमें 47 सीटों पर ही कमाल कर सकी थी.  


पिछले चुनाव में कितनी सीटों पर मिली थी जीत? 
2017 विधानसभा चुनाव में राहुल-अखिलेश साथ नजर आए थे. उस समय जनता ने सपा-कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया था. सपा-कांग्रेस गठबंधन के खाते में 54 सीटें ही गई थीं. कांग्रेस 114 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें 7 सीटों पर ही जीत सकी थी. वहीं, समाजवादी पार्टी 311 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इसमें 47 सीटों पर ही कमाल कर सकी थी. सपा को चुनावों में कुल 21.8 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 6.2 फीसदी ही वोट मिले. यानी गठबंधन के पक्ष में कुल 28 फीसदी मतदान हुआ था. 


अमेठी-रायबरेली में दिखेगी दो लड़कों की जोड़ी 
वहीं, अब सात साल बाद 2024 लोकसभा चुनाव में एक बार फ‍िर राहुल गांधी और अखिलेश यादव साथ नजर आएंगे. अमेठी, रायबरेली और वाराणसी समेत 17 सीटों पर दो लड़कों की जोड़ी साथ-साथ नजर आएगी. माना जा रहा है कि भारत जोड़ो न्‍याय यात्रा से मुस्लिम वर्ग का झुकाव कांग्रेस की ओर बढ़ा है. वहीं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्‍याय का रोड मैप तैयार करते समय यूपी में मुस्लिम बहुल इलाकों का पूरा ध्‍यान दिया गया. कांग्रेस अब सपा के साथ मिलकर यूपी में मुस्लिम वोटों को साधने की कोशिश करेगी. यह भी माना जा रहा है कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं.  


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