कौन हैं गोरखपुर से सपा प्रत्याशी काजल निषाद, भोजपुरी एक्ट्रेस को चुनावों में हार की हैट्रिक के बाद भी टिकट मिला
SP Gorakhpur candidate Kajal Nishad: समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. सपा ने गोरखपुर लोकसभा सीट से काजल निषाद को प्रत्याशी बनाया गया है. आइये जानते हैं काजल के बारे में...
SP Gorakhpur candidate Kajal Nishad: लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है. इसी क्रम में मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 16 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. सपा ने गोरखपुर से सांसद के लिए अभिनेत्री काजल निषाद को मैदान में उतारा है. इससे पहले भी सपा ने निकाय चुनाव और विधानसभा चुनाव में काजल निषाद पर दांव लगाया था. हालांकि, हर बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
कौन हैं काजल निषाद?
काजल निषाद का जन्म मुंबई शहर में हुआ था. उनके माता-पिता मूलरूप से गुजरात के कच्छ से हैं. उन्होंने गोरखपुर के भऊआपार गांव के रहने वाले भोजपुरी फिल्म निर्माता संजय निषाद से शादी की है. वह कई टीवी सीरीयल और भोजपुरी फिल्मों में काम कर चुकी हैं. सब टीवी के कॉमेडी डेली सोप 'लापतागंज' और भोजपुरी फिल्म 'शादी बियाह' में अपने किरदार चमेली के लिए जाना जाता है. इसके अलावा उन्होंने सीरियल 'तोता वेड्स मैना' में राम कटोरी चाची की भूमिका निभाई थी. उन्होंने कलर्स टीवी के इश्क का रंग सफेद में कनक त्रिपाठी का रोल प्ले किया था.
12 साल पहले रखा राजनीति में कदम
काजल ने साल 2012 में राजनीति में एंट्री की थी. सपा के पहले वह कांग्रेस और निषाद पार्टी में भी रहीं. 7 अगस्त 2021 को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने काजल निषाद को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई थी. काजल करीब एक हजार समर्थकों के साथ सपा में शामिल हुई थीं, तब से वह लगातार राजनीति में सक्रिय हैं.
दो बार हार चुकीं विधानसभा चुनाव
काजल ने इसके पहले साल 2012 में भी गोरखपुर ग्रामीण से विधानसभा चुनाव लड़ा था. तब वह कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरी थीं, जिसमें 9.38 फीसदी वोट हासिल कर चौथे स्थान पर रहकर संतोष करना पड़ा. इसके बाद वह सपा की सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव में गोरखपुर की कैंपियरगंज सीट से चुनाव लड़ीं. इस सीट पर उन्हें 79376 वोट मिले थे. पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बेटे और यूपी सरकार में मंत्री रहे बीजेपी उम्मीदवार फतेह बहादुर सिंह ने इस सीट पर 42,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.
नगर निकाय चुनाव भी हारीं
साल 2023 में हुए नगर निकाय चुनाव में भी सपा ने उन्हें गोरखपुर से मेयर प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन उन्हें फिर हार मिली. 2012, 2022 और 2023 में मिली हार के बाद काजल फिर से लोकसभा चुनाव के जरिए राजनीति में भाग्य आजमाती नजर आएंगी.