विशाल सिंह/लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी की पांचवीं लिस्ट में कई चौंकाने वाले नाम हैं. मेरठ से अरुण गोविल (रामायण धारावाहिक में राम का किरदार निभाने वाले) को टिकट मिला है. जबकि पीलीभीत से वरुण गांधी का टिकट काट दिया गया है. उनकी जगह यूपी के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को मैदान में उतारा गया है. बदायूं से संघमित्रा मौर्या का टिकट काट दिया गया है, उनकी जगह दुर्विजय सिंह शाक्य को मैदान में उतारा गया है, संघमित्रा स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी हैं. गाजियाबाद से विधायक अतुल गर्ग को टिकट मिला है, जो वीके सिंह की जगह चुनाव मैदान में होंगे. बरेली लोकसभा सीट से आठ बार सांसद रहे संतोष गंगवार को इस बार टिकट नहीं मिला है. उनकी जगह छत्रपाल गंगवार को मैदान में उतारा गया हैय.


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मेरठ से राम
मेरठ से कवि कुमार विश्वास या फिर अभिनेता अरुण गोविल का नाम चर्चाओं के बाजार में गरम था. आखिरकार बाजी अरुण गोविल के हाथ लगी. अरुण गोविल गर्ग बिरादरी से आते हैं और मेरठ के ही मूलरूप से रहने वाले हैं.  कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह पर फैसला नहीं हुआ है. कानपुर से ब्राह्मण चेहरे रमेश अवस्थी को मौका मिला है. रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर भी अभी फैसला नहीं हुआ है. 


कट सकता है कई सांसदों का टिकट
24 सीटों पर BJP प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा हुई. इसमें छह सांसदों का टिकट काटा गया है. गाजियाबाद से दो बार से सांसद वीके सिंह की जगह स्थानीय विधायक अतुल गर्ग को मौका दिया गया है. मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल को टिकट नहीं मिला है. उनकी जगह अरुण गोविल का मुकाबला दिलचस्प होगा.


भाजपा की पहली लिस्ट में यूपी की 80 में से करीब 70 सीटों से प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है. साथ ही सहयोगी दलों को 5 सीटें दी गई है. प्रयागराज लोकसभा सीट पर भी अभी फैसला नहीं हुआ है. कैसरगंज लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के नाम पर अब तक फैसला न होना भी उनके समर्थकों की बेचैनी बढ़ा रहा है. 


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