पीलीभीत में क्या PM मोदी की रैली में दिखेंगे वरुण गांधी, मां मेनका गांधी बेटे या बीजेपी का साथ देंगी?
UP Lok Sabha Chunav 2024: पीलीभीत सीट से टिकट कटने के बाद अब तक वरुण गांधी बीजेपी के किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आए हैं. हाल में हुई सीएम योगी की रैली में भी नहीं दिखे थे. ऐसे में सवाल है कि 9 अप्रैल को पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली में वह पहुंचेंगे या नहीं.
Lok Sabha Election 2024: जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाकर पीलीभीत सीट पर बीजेपी ने सस्पेंस खत्म कर दिया है. बीजेपी के इस फैसले के बाद वरुण गांधी को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गईं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि टिकट कटने के बाद वरुण गांधी कहां हैं. वह अब तक बीजेपी के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी रैली में शामिल होंगे.
9 अप्रैल को पीएम मोदी की रैली
बता दें कि 6 अप्रैल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पूरनपुर नगर में स्थित रामलीला मैदान पर चुनाव रैली संबोधित करेंगे. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 9 अप्रैल को पीलीभीत में रैली होगी. वह शहर के ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज के मैदान पर चुनावी रैली को संबोधित करेंगे. अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या वरुण गांधी इस रैली में शामिल होते हैं या नहीं.
सीएम योगी की रैली में नहीं दिखे
बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जितिन प्रसाद के पक्ष में प्रचार के लिए पीलीभीत पहुंचे थे. शहर के सनातन धर्म बांके बिहारी राम इंटर कॉलेज के मैदान पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित प्रबुद्धजन सम्मेलन को उन्होंने संबोधित भी किया लेकिन इस जनसभा से वरुण गांधी नदारद दिखे.
क्या बोलीं मेनका गांधी?
इससे पहले सुल्तानपुर से बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी जब अपने संसदीय क्षेत्र में प्रचार के लिए पहुंचीं तो वहां भी वरुण गांधी साथ में नहीं दिखाई दिए. जब इसको लेकर पत्रकारों ने मेनका गांधी से सवाल किया तो उन्होंने कहा, 'इस समय वरुण गांधी और उनकी पत्नी बीमार हैं, इसलिये वह आराम कर रहे हैं. मैं भाजपा में हूं, दूसरी पार्टी की नेता नहीं जो उसके बारे में आपको जानकारी दूं.'
वरुण ने लिखा था पत्र
पीलीभीत से टिकट कटने के बाद वरुण गांधी ने एक्स पर जनता के नाम एक भावुक पोस्ट भी किया था. जिसमें उन्होंने लिखा, कि उनका कार्यकाल भले सांसद के तौर पर खत्म हो रहा हो लेकिन पीलीभीत से उनका रिश्ता अंतिम सांस तक बना रहेगा. उन्होंने कहा था, 'सांसद के रूप में नहीं तो बेटे के तौर पर सही वह आजीवन पीलीभीत की सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे.
महेश शर्मा की संपत्ति 37 करोड़, महंगी गाड़ियां और नोएडा में कई आलीशान घर
विजेंदर सिंह ने कांग्रेस को मारा पंच, मथुरा सीट से दावेदारी के बीच थामा BJP का दामन