पासपोर्ट विवाद: दंपति को आज जारी हो सकता है कारण बताओ नोटिस, रद्द हो सकता है पासपोर्ट
पुलिस और एलआईयू के वेरिफिकेशन में सामने आया है कि उन्होंने पासपोर्ट बनवाने के लिए जो आवेदन में जानकारियां दी थीं, उसमें से कई झूठी थी.
नई दिल्ली/लखनऊ: तन्वी सेठ पासपोर्ट केस थमने का नाम नहीं ले रहा है. जानकारी के मुताबिक, तन्वी सेठ को जो पासपोर्ट जारी किया गया है, वो रद्द हो सकता है. बुधवार (27 जून) को तन्वी सेठ और उनके पति मोहम्मद अनस सिद्दीकी को कारण बताओ नोटिस जारी हो सकता है और नोटिस का जवाब नहीं देने पर उनका पासपोर्ट रद्द होगा. आपको बता दें कि पुलिस और एलआईयू के वेरिफिकेशन में सामने आया है कि उन्होंने पासपोर्ट बनवाने के लिए जो आवेदन में जानकारियां दी थीं, उसमें से कई झूठी थी.
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सूचनाएं छिपाने का आरोप
एलआईयू जांच में पता चला है कि दंपत्ति ने लखनऊ का जो पता दिया था, वो जांच में गलत पाया गया. वेरिफिकेशन में पुलिस को ये पता चला है कि पिछले एक साल से वो लखनऊ नहीं नोएडा रह रहे हैं. वेरिफिकेशन के बाद दोनों के खिलाफ सूचनाएं छिपाने की रिपोर्ट पासपोर्ट विभाग को दे दी गई है, जिसके बाद अब पासपोर्ट विभाग दोनों से स्पष्टीकरण मांगने के बाद उनके पासपोर्ट को जब्त करने और जुर्मना लगाने की कार्रवाई कर सकता है. आपको बता दें कि लखनऊ के पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने तन्वी सेठ और उनके पति अनस सिद्दीकी के पासपोर्ट आवेदन पर तीन आपत्तियां दर्ज करवाईं थी. वेरिफिकेशन के बाद पुलिस ने ये आपत्तियां सही पाई है.
ये हैं नियम
नियम के मुताबिक, जिस पते पर आप एक साल से रहते हैं, उसी पते पर आपका पासपोर्ट बनेगा. सेना, केन्द्रीय पुलिस बल और स्टूडेंट्स को इस नियम में छूट है. इस हिसाब से नोएडा में रहने वाली तन्वी सेठ को गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस में आवेदन करना चाहिए था.
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ये है मामला
गौरतलब है कि 20 जून को पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर आवेदक तन्वी सेठ ने बदसलूकी का आरोप लगाया था. तन्वी सेठ के मुताबिक, जब वो अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गईं, तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए. तन्वी सेठ का आरोप है कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी भी की. तन्वी सेठ ने इस पूरे मामले की शिकायत ट्विटर के जरिये विदेश मंत्रालय और पीएमओ से की थी. घटना की जानकारी मिलते ही विदेश मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई कर लखनऊ कार्यालय से रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर करने के साथ आनन-फानन में तन्वी सेठ और अनस सिद्दीकी का पासपोर्ट जारी कर दिया गया था.