मुख्तार के बेटों के खिलाफ गैर जमानती वारंट लेने कोर्ट पहुंची पुलिस, 3 अन्य करीबियों की तलाश तेज
आपको बता दें कि बीते दिनों करोड़ों रुपए की अनधिकृत जमीन से कब्जा हटवाने के बाद प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की पत्नी आफसा अंसारी व उसके दोनों सालों सरजील रजा और अनवर शहजाद पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी.
पवन सिंह/लखनऊ: पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों के साथ ही उसके तीन बेहद करीबियों की भी तलाश तेज कर दी है. पुलिस के मुताबिक इनकी लोकेशन लगातार बदल रही है. मुख्तार के दोनों बेटों और तीनों करीबियों की मूवमेंट पर नजर रखने और उन्हें ढूंढने के लिए पुलिस की तीन टीमें काम पर लगाई गई हैं. सूत्रों की मानें तो पुलिस इनकी गिरफ्तारी के बेहद करीब है. लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने पूर्वांचल के पुलिस अधिकारियों को इस बारे में कई जानकारियां दी हैं. उधर मुख्तार के दोनों बेटों उमर और अब्बास का गैर जमानती वारंट लेने के लिए लखनऊ पुलिस कोर्ट पहुंच चुकी है.
एफआईआर के बाद से ही फरार हैं मुख्तार के दोनों बेटे
लखनऊ के डालीबाग में प्रशासन ने अवैध कब्जे की जमीन पर बनाई गई मुख्तार के बेटों की मकानों को कुछ दिन पहले ढहा दिया था. इस संबंध में उमर और अब्बास के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज हुई थी. तबसे ही दोनों के फरार चल रहे हैं. बीते दिनों लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने इन दोनों के सिर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. साथ ही मुख्तार अंसारी गैंग के अन्य सदस्यों की लखनऊ स्थित अवैध सम्पत्तियां चिन्हित की जा रही हैं. करीब आधा दर्जन गुर्गों की अवैध संपत्ति चिन्हित की जा चुकी है.
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मुख्तार की पत्नी और दोनों सालों पर लगा है गैंगस्टर एक्ट
आपको बता दें कि बीते दिनों करोड़ों रुपए की अनधिकृत जमीन से कब्जा हटवाने के बाद प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की पत्नी आफसा अंसारी व उसके दोनों सालों सरजील रजा और अनवर शहजाद पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी. पुलिस का कहना है कि मुख्तार के शह पर ये सभी संगठित आपराधिक गिरोह के रूप में काम करते थे. इन सभी के खिलाफ गाजिपुर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी भी फिलहाल रोपड़ जेल में बंद है.
मुख्तार गैंग की काली कमाई पर यूपी पुलिस की करारी चोट
यूपी पुलिस ने मुख्तार अंसारी गैंग की काली कमाई पर गहरी चोट की है. अब तक की कार्रवाई में उसकी सालाना 48 करोड़ रुपए की अवैध आय बंद की जा चुकी है. पुलिस ने वाराणसी जोन के अलग-अलग जिलों में प्रतिबंधित मछली कारोबार, स्टोरेज, गिरोह बनाकर वसूली, कोयला कारोबार, बूचड़खाना समेत अन्य अवैध धंधों पर अंकुश लगाया है. पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक मुख्तार गैंग को मछली कारोबार से ही करीब 33 करोड़ रुपए की सालाना आय होती थी. बाकी आय दूसरे अवैध कार्यों से होती थी.
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