लखनऊ : पासपोर्ट बनवाने को लेकर चर्चा में आए तन्‍वी और अनस के पासपोर्ट से विभागीय रोक हटा ली गई है. अब दोनों ही बिना किसी परेशानी के विदेश यात्रा भी कर सकेंगे. पासपोर्ट पर लगी रोक हटाने का फैसला एलआईयू की एडवर्स रिपोर्ट होने के बावजूद ले लिया गया है. लखनऊ के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने यह फैसला लिया है. बता दें कि 20 जून को लखनऊ के पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर पासपोर्ट आवेदन करने वाली तन्‍वी सेठ ने बदसुलूकी के आरोप लगाए थे. उनके अनुसार जब वह पासपोर्ट अधिकारी के पास गईं तो उन्‍होंने तन्‍वी के मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किया था.


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तन्‍वी ने इसकी पूरी शिकायत ट्विटर के जरिये विदेश मंत्रालय और पीएमओ से की. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा. मीडिया में मामला आने पर विदेश मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लखनऊ पासपोर्ट कार्यालय से मामले की रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर कर दिया गया था. इसके साथ ही आनन फानन में तन्‍वी सेठ इौर अनस सिद्दीकी को पासपोर्ट भी जारी कर दिया गया था.


वहीं पुलिस और लोकल इंवेस्टिगेशन यूनिट (एलआईयू) की ओर से की गई जांच में तन्‍वी और अनस द्वारा पासपोर्ट बनवाने के लिए दी गई जानकारियों में से कई झूठी पाई गई थीं. इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि दोनों का पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा. लेकिन सोमवार को लखनऊ के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने तन्‍वी और अनस के पासपोर्ट पर लगी रोक को हटा दिया. पहले ऐसा भी माना जा रहा था के मामले में दोनों को नोटिस भी भेजा जा सकता है. लेकिन एलआईयू की रिपोर्ट एडवर्स होने के बावजूद उन्‍हें कोई नोटिस नहीं भेजा गया है. वहीं एलआईयू रिपोर्ट पर भी कोई फैसला नहीं लिया गया है. मामले में लखनऊ के एसएसपी ने भी दोनों के पते सही ना होने की पुष्टि की थी.