लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सरेआम फायरिंग का मामला फर्जी निकल गया. 13 जुलाई को लखनऊ के आलमबाग इलाके में गोलीबारी हुई थी. जब पुलिस ने इस मामले का रहस्य खोलते हुए इसे सोची-समझी साजिश करार दिया तो शिकायतकर्ता सुरेंद्र कालिया खुद ही फरार हो गया. रेलवे ठेकेदार सुरेंद्र कालिया ने लखनऊ पुलिस के पास अपने ऊपर हमला होने की शिकायत की थी. जब पुलिस ने मामला सुलझाकर इस हमले को शातिराना साजिश बता दिया, तो सुरेंद्र कालिया गायब हो गया. अब लखनऊ पुलिस ने सुरेंद्र कालिया के सर पर 50 हजार का इनाम घोषित किया है और उसकी तलाश में जुट गई है. 


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सरकारी गनर पाने के लिए खुद पर चलवाई गोली 
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने सुरेंद्र कालिया की गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित करते हुए जानकारी दी है कि सुरेंद्र कालिया पर किसी और ने नहीं बल्कि उसने खुद ही हमला कराया था. इस घटना के आधार पर सुरेंद्र कालिया सुरक्षा के लिए सरकारी गनर हासिल करना चाहता था. 


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खुद हमला कराया और आरोप धनंजय सिंह पर लगा दिया 
घटना 13 जुलाई की है, जब लखनऊ के आलमबाग इलाके में सुरेंद्र कालिया की गाड़ी पर सरेआम गोलियां चलाई गईं. इस हमले में सुरेंद्र का ड्राइवर घायल हो गया था. सुरेंद्र कालिया ने बाहुबली नेता धनंजय सिंह पर आरोप लगाते हुए आलमबाग थाने में इसे लेकर   एफआईआर दर्ज करा दी. उसने आरोप लगाया था कि धनंजय सिंह ने एक रेलवे ठेके के चलते उस पर हमला कराया है. 


पुलिस की जांच में सामने आई बात 
पुलिस ने जब हमले की कड़ियां जोड़ीं तो उन्हें बात समझ में आई कि सुरेंद्र कालिया खुद पर ही हमला कराकर सरकारी गनर हासिल करने की फिराक में था. सुरेंद्र कालिया ने इसके लिए खुद ही साजिश के तहत शूटर बुलाए थे. पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के मुताबिक मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी की गई है. फिलहाल फरार सुरेंद्र कालिया पर 50 हजार का इनाम भी रखा गया है और उसे ढूंढा जा रहा है. 


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