लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 700 और नई बैंक शाखाएं खोलने की तैयारी की जा रही है, इन शाखाओं के लिए लंबे समय से मांग की जा रही थी जिस पर केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा सहमति दे दी गई है. आने वाले साल में 31 मार्च तक इन शाखाओं को जहां पर खोला जाना है उन जगहों की पहचान कर कार्ययोजना तैयार की जाएगी. 


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राज्य के वित्तीय समावेशन का लक्ष्य
बुधवार को वित्तमंत्री की अध्यक्षता में सात राज्यों के साथ बैंकिंग, सीडी रेशियो व डिजिटल लेनदेन के साथ ही वित्तीय समावेशन की स्थिति को लेकर मीटिंग हुई. बैंकों के चेयरमैन के साथ ही राज्यों के प्रतिनिधि भी इस बैठक में उपस्थित रहे. बैठक में बैंकों को लेकर समीक्षा भी की गई, इस समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि राज्य के वित्तीय समावेशन का लक्ष्य पूर्ण हुआ है. राज्यों की इस बैठक में उत्तर भारत के सात वित्तमंत्री को यूपी की ओर से जानकारी दी गई कि बैंकों का घाटा कम हो रहा है. 


यूपी प्रथम
इसके अलावा समीक्षा में पाया गया कि जिन योजनाओं में यूपी प्रथम है वो हैं- 
यूपी अटल पेंशन योजना
पीएम स्वनिधि योजना
जीवन ज्योति योजना
और वार्षिक ऋण योजना


शाखाओं की कुल संख्या
बैठक में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए यूपी के संस्थागत वित्त के महानिदेशक शिव सिंह यादव ने जानकारी दी है कि राज्य के सौ आंकाक्षात्मक ब्लाक में मिशन रोजगार के अंतर्गत लोन मेला लगाने पर सहमति बन चुकी है जिसमें मुद्रा योजना के साथ ही ओडीओपी को विशेष रूप से शामिल किया जाएगा. शिव सिंह यादव ने ये भी जानकारी दी है कि सात सौ नई बैंक शाखाएं प्रदेश में खोले जाने के बाद शाखाओं की कुल संख्या करीब करीब 2700 पहुंच जाएगी.


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