Bahraich Communal Riots: बहराइच में हुए सांप्रदायिक बवाल की परतें धीरे धीरे खुलने लगी हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पत्थरबाजी और उपद्रव को लेकर मस्जिद से बाकायदा ऐलान हुआ था. बहराइच के हरदी में रविवार शाम को दुर्गा विसर्जन के दौरान मुस्लिम समुदाय के युवकों पर ये पथराव का आरोप है. इसमें 20 से ज्यादा राउंड गोलीबारी भी की गई. इसमें एक शख्स गोपाल मिश्रा की मौत हो गई, जबकि दूसरा राजन गंभीर रूप से घायल है. इससे आक्रोशित लोगों ने हाईवे से लेकर तमाम सड़कों पर जाम लगा दिया और प्रतिमा विसर्जन नहीं करने का ऐलान कर दिया. बहराइच के अलावा कई अन्य जिलों की पुलिस फोर्स भी पहुंची और हल्के लाठीचार्ज के बाद लोगों को तितर-बितर किया गया. फिर बिना डीजे शांतिपूर्वक विसर्जन कराया गया.  लापरवाही पर हरदी थाना प्रभारी व महसी चौकी प्रभारी निलंबित किए गए हैं.


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जानें पूरा मामला
बहराइच के हरदी इलाके में  सांप्रदायिक हिंसा में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बहराइच  में मां दुर्गा की विसर्जन यात्रा के दौरान हुआ बवाल रात भर चला. इसके बाद बहराइच के कई हिस्सों में हिंसा की खबरे आईं.  इस बीच देर रात मुख्य आरोपी सलमान समेत कई लोगों पर FIR दर्ज की गई. सूत्रों के अनुसार 20 से 25 लोगों के हिरासत में लेने की खबरें हैं.  उधर दूसरी ओर पूजा कमेटी देर रात तक इस बात पर अड़ी रही कि आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए. देर रात तक सड़कों पर आरोपियों को फांसी देने के नारे लगते रहे. 


प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया...
घटना को लेकर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महसी तहसील की प्रतिमा शांति पूर्वक विसर्जन के लिए जा रही थी. महराजगंज कस्बे में पहुंचने पर कस्बा निवासी सोनार अब्दुल हमीद अपने बेटे सबलू, सरफराज व फहीम के साथ मौके पर पहुंचे और गाली गलौज शुरु कर दी.  मूर्ति के साथ चल रहे लोगों ने जब इसका विरोध किया तो छतों से पत्थरबाजी कर दी. जिसमें मां दुर्गा का हाथ खंडित हो गया जिसके बाद विसर्जन रोक कर लोगों ने प्रदर्शन शुरु कर दिया.आरोप है कि इस दौरान हमीद व उनके साथ मौजूद हजारों की भीड़ मौके पर पहुंची और उपद्रव शुरु कर दिया. जिससे मौके पर भगदड़ मच गई.


बहराइच जिले के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में रविवार की शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे गाने को लेकर विवाद हो गया. गाने के विरोध में दूसरे समुदाय के युवकों ने गाली-गलौज की और छत से पत्थरबाजी कर दी.  बताया जाता है कि पत्थर चलने से मां दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई. जिससे दूसरे समुदाय ने प्रदर्शन शुरू कर दिया.  आरोप है कि प्रदर्शन दौरान दूसरे समुदाय के लोग एक युवक को घर के अंदर पकड़ ले गए और गोली मार दी.  जिससे रेहुवा मंसूर निवासी रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई.


चार महीने पहले हुई थी मृतक की शादी
22 साल के मृतक गोपाल मिश्रा की चार महीने पहले ही शादी हुई थी. युवक की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए औऱ पुलिस पर कुछ नहीं करने का आरोप लगाया. तोड़फोड़ के साथ बहराइच-सीतापुर हाईवे पर जाम लगा दिया. बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और पीएसी पहुंची. गुस्साए लोगों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसमें भाजपा विधायक भी शामिल हुए. रात करीब 11 बजे पुलिस ने प्रतिमा का जबरन विजर्सन शुरू करवाया तो लोग भड़क गए. पुलिस ने दोबारा लाठीचार्ज किया.


एसओ-चौकी इंचार्ज सस्पेंड
सीएम योगी ने कहा कि माहौल बिगाड़ने वाले किसी सूरत में बचेंगे नहीं. लापरवाही पर हरदी एसओ और महसी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया गया है. लेकिन गुससाए लोग सीओ को भी हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं. इस बवाल की शुरुआत तब हुई जब दुर्गा प्रतिमाएं विजर्सन के लिए निकल रही थीं. तभी गैर समुदाय के कुछ युवकों की विर्सजन निकाल रहे युवकों से बहस हो गई. इसके बाद मामला बढ़ा और पथराव शुरू हो गया.


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