Barabanki: या तो हमें गोली मार दो या फिर...बाढ़ग्रस्त इलाके में पहुंचे बाराबंकी डीएम से बोला युवक
UP Flood News: बाराबंकी में सरयू (घाघरा) नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसके चलते तराई क्षेत्र में बसे गांव प्रभावित हैं. गांव में बाढ़ का पानी घुसने से लोग पलायन को मजबूर हैं. डीएम अविनाश कुमार ने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण किया.
नितिन श्रीवास्तव/बारांबकी: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे जिले बाराबंकी जिले में सरयू (घाघरा) नदी इन दिनों कोहराम मचाए हुए है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाराबंकी जिले की तीन तहसील रामनगर, सिरौलीगौसपुर और रामसनेहीघाट के तराई क्षेत्र में बसे गांव काफी प्रभावित हैं. गांव में बाढ़ का पानी घुसने से लोग पलायन को मजबूर हैं.
दरअसल बाराबंकी जिले में डीएम के रूप में चार्ज संभालने के बाद डीएम अविनाश कुमार पहली बार रामनगर तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाके का निरीक्षण करने पहुंचे थे. निरीक्षण के दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग अपने नये डीएम को देखकर काफी भावुक हो गए. निरीक्षण के दौरान एक व्यक्ति ने तो जिलाधिकारी से यह तक कह दिया कि साहब मुझे या तो रहने के लिये सुरक्षित स्थान दे दिया जाए या फिर गोली मार दी जाए.
ग्रामीण की यह बात सुनकर डीएम भी हैरान रह गए. हालांकि डीएम ने तुरंत उस बाढ़ पीड़ित से काफी विनम्रता से बात करते हुए उसकी परेशानी जानी. जिलाधिकारी ने उसे समस्या के निराकरण का आश्वासन भी दिया. जिलाधिकारी अविनाश कुमार चार्ज संभालने के बाद से ही लगातार एक्शन में हैं. इसी क्रम में वह बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों के लिए बनाए गए हेतमापुर-सुंदरनगर तटबंध पर शरणालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उसी दौरान उन्हें लोगों ने बात करने के लिये रोका और अपनी समस्याएं बताईं. जिसे डीएम ने धैर्य के साथ सुना और जल्द ही उसके समाधान की भी बात कही.
दरअसल जिलाधिकारी जब बाढ़ प्रभावित लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में बात कर रहे थे, इसी दौरान बाढ़ प्रभावित सुंदरनगर गांव के सुरेश ने डीएम से कहा,'साहब हम लोग बाढ़ में घर छोड़ने को विवश होते जाते हैं. दो वक्त की रोटी के लाले पड़े हैं. इसलिए या तो हमें गोली मार दीजिए या फिर सुरक्षित स्थान पर बसाने की व्यवस्था कर दीजिए.'डीएम भी सुरेश की यह बात सुनकर हैरान रह गए. उन्होंने सुरेश को समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया.
वहीं इन ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अभी तक राशन किट नहीं मिली है और न ही बीमारियों में स्वास्थ्य विभाग के पास जरूरी दवाएं हैं. जिसके बाद जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की मदद को लेकर सभी जरूरी विभागों को निर्देश दिए. डीएम ने बाढ़ क्षेत्र में हायर रिस्क प्रेग्नेंट लेडी को हॉस्पिटल में रखकर उनकी देखरेख करने के भी निर्देश दिए हैं. गांव का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही सभी समस्याओं को हल कराने की कोशिश की जाएगी.