ओपी राजभर के बाद दारा सिंह चौहान ने थामा बीजेपी का दामन, बीजेपी जल्द देगी इनाम
Dara Singh Chauhan: एक दिन पहले जहां सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एनडीए का दामन दोबारा थामा, तो वहीं अब ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान ने आज लखनऊ में बीजेपी ज्वॉइन कर ली...
Dara Singh Chauhan: समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे चुके दारा सिंह चौहान आज बीजेपी में शामिल हो गए. दोपहर करीब 12 बजे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने उन्हें बीजेपी में औपचारिक रूप से शामिल कराया. सपा विधायक दारा सिंह चौहान (SP MLA Dara Singh Chauhan) ने विधानसभा की सदस्यता से शनिवार को इस्तीफा दे दिया था.
दो दिन पहले ही दारा सिंह चौहान ने अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद घोसी से विधायक पद से इस्तीफा दिया. रविवार को ओपी राजभर की पार्टी सुभासपा गठबंधन का हिस्सा बन गई. आइए जानते हैं कि दारा सिंह चौहान का छात्र राजनीति से यहां तक पहुंचने का सफर. इस मौके पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद थे. दारा सिंह चौहान को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है.
सियासी गलियारों में चर्चा है कि दारा सिंह चौहान योगी कैबिनेट में मंत्री बनाए जा सकते हैं और दोबारा उसी घोसी से अपनी ही खाली की हुई सीट से उपचुनाव लड़ेंगे. चर्चा तो ये भी है कि दारा सिंह 2024 लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. ये भी देखने को मिल सकता है कि दारा सिंह चौहान दिल्ली की सियासत करेंगे और मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं, उन्हें राज्यसभा भी भेजा जा सकता है.
दारा सिंह चौहान का राजनीतिक सफर
कौन हैं दारा सिंह चौहान?
दारा सिंह चौहान ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की थी. छात्र जीवन में वह डीएवीपीजी कालेज आजमगढ़ के छात्र संघ चुनाव में वो उप मंत्री चुने गए. साल 2014 का लोकसभा चुनाव चौहान ने बसपा के टिकट पर लड़ा था लेकिन बीजेपी के हरिनारायण राजभर ने उन्हें हरा दिया. इसके बाद वो बीएसपी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. इसके बाद उन्हें बीजेपी के पिछड़ा वर्ग मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था. दारा सिंह चौहान को चौहान समाज का बड़ा नेता माना जाता है. ऐसा दावा किया जाता है कि मऊ समेत 20 जिलों में इनका अच्छा प्रभाव है.
बसपा छोड़ बीजेपी में गए
वर्ष 1996 में मुलायम सिंह यादव ने दारा सिंह चौहान को राज्यसभा भेजा था. इसके बाद वर्ष 2000 में उन्हें दोबारा राज्यसभा भेजा गया. 2006 के बाद उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में फेरबदल किया. उन्होंने मायावती की BSP ज्वाइन की. साल 2009 में उन्होंने पहली बार घोसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीते. लोकसभा में उन्हें बसपा संसदीय दल का नेता बनाया गया था. वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने एक बार फिर घोसी सीट से ही बसपा से चुनाव लड़ा. उन्हें बीजेपी के हरिनारायण राजभर ने मात दे दी. 2017 चुनाव से पहले यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की पार्टी छोड़ बीजेपी में आ गए.
वर्ष 2017 के चुनाव में बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को मऊ जिले की मधुवन सीट से उम्मीदवार बनाया. इस सीट से वो जीते भी. इसके बाद योगी सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद मिला. यूपी सरकार में उन्हें वन, पर्यावरण एवं जंतु उद्यान मंत्री की जिम्मेदारी मिली. इसके बाद वह 2022 में बीजेपी से समाजवादी पार्टी में आ गए थे.
UP ATS के हत्थे चढ़ा पाकिस्तानी ISI एजेंट, जानें कहां और कैसे हुई गिरफ्तारी