UP News: उत्तर प्रदेश में राशन बांटने की प्रणाली को बेहतर बनाने और अनाज के भंडारण को सुरक्षित करने के लिए योगी सरकार खास तैयारी में जुटी है. प्रदेश में अन्नपूर्णा भवन बनाए जा रहे हैं. इसका मकसद है कि कोटेदार के बदलने के बाद भी राशन की दुकानों की स्थिरता को बरकरार रखा जाए. यूपी में अब तक 3 हजार 213 अन्नपूर्णा भवन बनकर तैयार हो चुके हैं जबकि  16 सौ से ज्यादा भवनों का निर्माण कार्य पूरा किया जा रहा है.


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बिल्डिंग में क्या होगा खास?
अन्नूपूर्णा भवनों के निर्माण से लोगों को हाई क्वालिटी सर्विस मिलेंगी. साथ ही खाद्यान्न वितरण प्रणाली भी बेहतर बनेगी. अन्नूपूर्णा भवनों में इसके अलावा अन्य जनसुविधाएं भी आम लोगों को मिलेंगी. बिल्डिंग में स्टोर के लिए दो अलग-अलग रूम बनाए जा रहे हैं. एक में सरकरी राशन का स्टोरेज किया जाएगा जबकि दूसरे में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) चलेंगे. भवन हाईटेक सुविधाओं से लैस होंगे. यहां सीसीटीवी से लेकर इंटरनेट सर्विस की व्यवस्था होगी.


मिलेंगे ये फायदे
सीएससी सेंटर में आय-जाति प्रमाणपत्र, जन्म-मृत्यु सर्टिफिकेट जैसी सर्विस उपलब्ध होंगी. इसके अलावा बिजली बिल का भुगतान, सस्ती जेनरिक दवाएं, रोजमर्रा की चीजों की बिक्री की सुविधा उपलब्ध होगी. इस सिस्टम से लोगों को खास फायदा मिलेगा और सरकारी योजनाएं भी प्रभावी ढंग से लागू हो पाएंगी.


क्या है योगी सरकार का मकसद?
मनरेगा के तहत इन भवनों का निर्माण ग्राम पंचायतों की सरकारी जमीनों पर किया जा रहा है. संकरी गलियों में बनी कंट्रोल रेट की दुकानों पर जाने में लोगों को तो दिक्कत होती ही है, साथ ही राशन को वाहन से अंदर ले जाने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. लेकिन इन भवनों के निर्माण से लोगों को फायदा मिलेगा. और खाद्यान्न आपूर्ति प्रक्रिया आसान बनेगी. सरकार का लक्ष्य है कि सभी उचित दर की दुकानों को अन्नपूर्णा भवन के रूप में स्थायी किया जाए.


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