Ram Mandir: राम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या में हनुमानगढ़ी का भी होगा कायाकल्प, दिव्यांगों को मिलेंगी ये सुविधाएं
Ram Mandir Temple: बजरंगबली की प्रधानतम पीठ जोकि अयोध्या में स्थित है उसकी भी साज सज्जा की जाएगी. जी हां, हनुमानगढ़ी को भी संवारने की तैयारी की जा रही है. करीब दो दशक पहले हनुमानगढ़ी का नवीनीकरण किया गया था.
अयोध्या: अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण जारी है लेकिन विशेष बात ये है कि इसी के साथ श्रीराम भक्त बजरंगबली की प्रधानतम पीठ यानी हनुमानगढ़ी को भी सजाने की तैयारी है. अयोध्या में करीब दो दशक पहले हनुमानगढ़ी का नवीनीकरण हुआ और अब रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही हनुमानगढ़ी को भी सजाया जाएगा.
गर्भगृह में जाना होगा आसान
भगवान रामलला के दर्शन मार्ग पर पड़ने वाले हनुमानगढ़ी में भक्तों के आने की संख्या में बहुत बढ़ोत्तरी हुई हैं और राम मंदिर में करीब आठ गुणा तक अधिक भक्त भगवान के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. हनुमान जी के प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी में पहुंचने वाले भक्त को कोई दिक्कत न हो इसे ध्यान में रखते हुए कई तरह के कदम उठाए जाएंगे. 76 सीढ़ियों से होकर हनुमानगढ़ी के गर्भगृह तक जाना और आसान करने के साथ ही यहां पर बुजुर्गों-दिव्यांगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाएगा, इसके लिए लिफ्ट या स्वचालित सीढ़ियों को लगाने की तैयारी है.
500 से हजार श्रद्धालु के एकत्र होने की व्यवस्था
संकरे निकास द्वार को अब एक समुचित आकार देने की भी तैयारी है. हनुमानगढ़ी का पूरा परिसर 52 एकड़ में फैला है और इसे ऐसे बनाया गया है कि हनुमान जी प्रतिमा के सामने वाली जगह पर 100-125 लोग एकत्र हो सकते हैं. हनुमानगढ़ी का प्रबंधतंत्र के द्वारा इस जगह को भी विस्तार देने की योजना है जिसके बाद 500 से हजार श्रद्धालु यहां पर एकत्र हो पाएंगे.
नागा साधु
हनुमानगढ़ी का प्रबंध करने वाली पंचायत द्वारा 22 जनवरी, 2024 को इस व्यवस्था को लागू करने की कोशिश करेगी, इसी समय मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है. इस संबंध में पंचायत ने कुछ प्रतिष्ठित कार्यदायी संस्थाओं से बात करनी भी शुरू की है. ध्यान देने वाली बात है कि हनुमानगढ़ी में भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने में पुलिस विभाग को काफी मेहनत करनी पड़ती है. कभी कभी ऐसे समय में श्रद्धालु आहत भी हो जाते हैं. हनुमानगढ़ी का प्रबंधतंत्र परकोटे में भीड़ को काबू में करने के लिए नागा साधुओं को प्रशिक्षण देने की योजना के बारे में सोच रही है. प्रशिक्षण पुलिस व प्रशासन के समन्वय से हो सकेगी.
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