Lucknow News : लखनऊ के जानकीपुरम में विश्व का सबसे बड़ा दुर्गा पूजा पंडाल बनाया गया है. वृंदावन के प्रेम मंदिर की तर्ज पर बने इस दुर्गा पंडाल में रोजाना लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन करने आ रहे हैं. पंडाल में माता की प्रतिमा भी कृष्ण के रंग में रंगी दिख रही है. 


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52 कारीगरों ने साढ़े तीन महीने में तैयार किया 
मां यहां अपने दस हाथों में से एक में बांसुरी लिए हुए हैं. 47210 वर्ग फीट एरिया में बने इस पंडाल की ऊंचाई 121 फीट है. इसे पश्चिम बंगाल के मिदनापुर से बुलाए गए 52 कारीगरों ने मिलकर तैयार किया है. इसे बनाने में साढ़े तीन महीने का समय लगा है. पंडाल के निर्माण में 16500 बांस, 9.5 हजार मीटर कपड़ा, लकड़ी की दो लाख फंटियां, 4 कुंतल कीलें और 620 लीटर पेंट इस्तेमाल किया गया है. 


बेल्जियम की लाइटें लगीं 
पंडाल का मुख्य हॉल 15000 वर्ग फीट का है. पंडाल में बेल्जियम की लाइटें लगी हैं. इस पंडाल को विश्व के सबसे बड़े दुर्गा पूजा पंडाल का सर्टिफिकेट भी मिला है. आयोजकों का दावा है कि पिछले 3 सालों (2019, 2020 और 2022) की तरह ही इस साल भी इस दुर्गा पूजा पंडाल का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है. 


सबसे ऊंचे पंडाल का रिकॉर्ड 
बता दें कि अब तक सबसे ऊंचे पंडाल का रिकॉर्ड कोलकाता के एक दुर्गा पूजा पंडाल के नाम था जिसकी ऊंचाई 125 फीट थी. लखनऊ के ही आम्रपाली बाजार ए ब्लॉक सेक्टर तीन में मां दुर्गा प्रतिमा को आकर्षक तरीके से सजाया गया है, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां मां भवानी, महालक्ष्मी और महासरस्वती की प्रतिमा को भी सजाया गया है, जो देखने में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.


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