लखनऊ/मयूर शुक्ला: समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर माफिया मुख्तार अंसारी की हमदर्दी में लगाए गए हैं. इस पोस्टर पर मुख्तार अंसारी के साथ समाजवादी पार्टी के नेता राम सुधाकर यादव की तस्वीर भी है. इस पोस्टर में लिखा गया है कि मुसलमान भाई इस बार ईद नहीं मनाएं, वे मुख्तार अंसारी के लिए दुआ मांगे. समाजवादी पार्टी के नेता राम सुधाकर यादव ने होर्डिंग लगवाई गई थी.


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मुख़्तार अंसारी की हिमायत में लगी होर्डिंग हटवाई गई
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर होर्डिंग को हटवा दिया है. होर्डिंग में मुख्तार अंसारी के लिए ईद ना मानने की अपील की गई थी.


सोशल मीडिया पर वायरल 
मुख्तार की हमदर्दी में लगाए गए पोस्टर कोनराम सुधाकर यादव ने सपा कार्यालय के बाहर लगवाया है. इसमें मुसलमान भाइयों से ईद नहीं मनाए जाने की अपील की गई है. कहा गया है कि मुख्तार अंसारी के लिए मुसलमान दुआ मांगे. मुख्तार अंसारी के समर्थन में लगाया गया पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 


राम सुधाकर यादव ने लगवाए पोस्टर
 मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हुई मौत मामलाअभी शांत नहीं हुआ है एक ओर इस मामले की जांच हो रही है. परिवार की तरफ से लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर से ये मसला शांत नहीं दिखाई दे रहा है. पोस्टर में जिस राम सुधाकर यादव के नाम से यह अपील की गई है वह मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रदेश सचिव रह चुके हैं. समाजवादी पार्टी के दफ्तर पर लगा यह पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. राम सुधाकर यादव ने मुसलमानों से कहा कि वे ईद के दिन ईदगाह पर मौन रखें. 


28 मार्च को हुई थी मुख्तार की मौत
माफिया मुख्तार अंसारी की मौक 28 मार्च को हुई थी. बांदा जेल में  तबीयत बिगड़ने के बाद मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई. मुख्तार मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहा. अंसारी के परिवार के सदस्यों ने उसकी मौत के कारणों पर संदेह जताया था. परिवार का आरोप था कि मुख्तार को जेल में धीमा जहर दिया गया था. इस संबंध में राज्य सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दिया है. 


जांच में जुटी न्यायिक टीम
धीमा जहर देने के आरोपों के बाद निलंबित जेलर और दो डिप्टी जेलरों के बयान लिए हैं. इसके साथ ही बर्तनों से खाने के अवशेषों और पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया. टीम के सदस्यों ने  लगभग चार घंटे साक्ष्य जुटाए. सूत्रों के मुताबिक न्यायिक मजिस्ट्रेट व एडीएम ने विभागीय जांच के दैरान डॉक्टर से भी बयानों की कॉपी ली.


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