CM Yogi Birthday: हिंदुत्व के पोस्टर ब्वॉय से आक्रामक तेवर वाला राजयोगी, योगी आदित्यनाथ का दिलचस्प सफर
CM Yogi Adityanath Birthday: सीएम आदित्यनाथ का आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. योगी पहले योगी बना फिर दुत्व के पोस्टर ब्वॉय से आक्रामक तेवर वाला राजयोगी की पहचान हासिल की.
उतार-चढ़ाव
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखें हैं लेकिन फिर भी कर्तव्य पथ पर चलते रहे. एक समय ऐसा भी आया जब संसद में फूट-फूटकर रोए. को दूसरी ओर उनका तेवर दंगाइयों के लिए आफत बन जाती है.
आक्रामक तेवर
योगी की एक पहचान उनका आक्रामक तेवर भी है. इस तेवर ने उन्हें एक बार जेल भी पहुंचा दिया था. हालांकि उस समय को भी योगी ने पार कर लिया.
व्यक्तित्व
गोरक्षपीठ के महंत से लेकर सियासत में चाणक्य के रूप में उभरे. उनका व्यक्तित्व इसी तरह है कि मंदिर में योगी और मंदिर के बाहर एक आक्रामक राजयोगी जो प्रदेश की सेवा में हो.
लगातार पांच बार सांसद
42 साल की उम्र में योगी आदित्यनाथ लगातार पांच बार सांसद बने. नाथ सम्प्रदाय का अगुवा, गोरक्षपीठ के महंत के साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री, बुलडोजर बाबा जैसे कई उपनामों से उन्हें पसंद करने वाले पुकारते हैं.
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल
5 जून 1972 को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के एक गाव पंचूर में जन्में. गढ़वाली राजपूत परिवार में उनका जन्म हुआ जिनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट व माता का नाम सावित्री देवी है.
पांचवें स्थान पर
सात भाई-बहनों में योगी आदित्यनाथ पांचवें स्थान पर है और 22 साल की उम्र में ही उन्होंने सांसारिक जीवन त्यागकर योगी बनना स्वीकार किया था. योगी आदित्यनाथ ने गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर से गणित से अपनी बीएससी की पढ़ाई पूरी की है.
गोरखपुर का रुख
साल 1993 में उन्होंने गणित में एमएससी की पढ़ाई के समय ही गोरखपुर का रुख किया था. गोरखनाथ मंदिर प्रवास के समय 15 फरवरी 1994 को ही ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ से उन्होंने दीक्षा ली थी. इस तरह वो अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ हो गए.
उत्तराधिकारी
26 साल की उम्र में ही उन्होंने लोकसभा चुनाव जीता था. दरअसल, साल 1998 में ही योगी आदित्यनाथ को महंत अवेद्यनाथ ने अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. योगी लोकसभा प्रत्याशी बनाए गए.
राजनीतिक करियर
यहीं से 26 साल की उम्र में योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव जीता और अपनी राजनीतिक करियर शुरू की. सीएम
जिम्मेदारियां
योगी ने गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के उत्तराधिकारी के तौर पर कार्यभार लिया तो इसी के उनकी जिम्मेदारियां बढ़ीं और फिर योगी की ख्याति भी बढ़ी.